लखनऊ। अयोध्या का श्रीराम मंदिर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का केंद्र बन सकता है। भाजपा के चाणक्य अमित शाह ने शुक्रवार को राजधानी लखनऊ में इस तरह का संकेत दे दिया। सियासी समीक्षकों का मानना है कि यदि राम मंदिर उप्र का चुनावी मुद्दा बन गया तो उसका सीधा फायदा भाजपा को मिलेगा।
सियासी समीक्षक कहते हैं कि देश के गृह मंत्री और भाजपा के पूर्व अध्यक्ष अमित शाह ने आज लखनऊ की जनसभा में राम मंदिर की चर्चा करके जिस तरह से समाजवादी पार्टी को घेरा, उससे लगता है कि अयोध्या इस बार के विधानसभा चुनाव का मुख्य मुद्दा बन सकता है।
दरअसल अमित शाह ने अपने संबोधन के दौरान लोगों को याद दिलाया कि सपा की सरकार में जिस जगह रामभक्तों को गोलियों से भूना गया था आज वहां गगनचुंबी श्रीराम मंदिर बन रहा है। इस दौरान उन्होंने सपा मुखिया अखिलेश यादव पर चुटकी भी ली और कहा कि अखिलेश जी तो राम मंदिर के लिए 5,000 रुपया चंदा तक नहीं दे पाए।
अमित शाह ने कहा कि भाजपा हर चुनाव में राम मंदिर और कश्मीर से 370 के खात्मे का संकल्प लेती थी। जनता को भी इंतजार था कि कभी तो समय आएगा और यह दोनों सपने पूरे होंगे। उन्होंने कहा कि उस समय अखिलेश एंड कंपनी हम पर तंज करती थी कि मंदिर वहीं बनाएंगे, तारीख नहीं बताएंगे, लेकिन परिवर्तन हुआ और सपा की सरकार में जिस जगह रामभक्तों को गोलियों से भूना गया था आज वहां गगनचुंबी मंदिर बन रहा है। शाह ने कहा कि भाजपा सरकार ने कश्मीर से 370 और 35ए को उखाड़ फेंका और भव्य राम मंदिर भी बनने लगा है।
गौरतलब है कि भाजपा के चुनाव एजेंडे में अयोध्या और राम मंदिर हमेशा रहे हैं और अन्य दल अयोध्या का नाम लेने तक से कतराते थे। लेकिन, जब से श्रीराम मंदिर का निर्माण शुरु हुआ है, अयोध्या उप्र की सियासी राजधानी जैसी हो गई है। लगभग हर दल का नेता वहां हाजिरी लगाने पहुंच रहा है।
बसपा सुप्रीमो मायावती ने 23 जुलाई से उप्र के 18 मंडलों में ब्राह्मण सम्मेलन करने का एलान किया तो उसकी शुरुआत अयोध्या से ही हुई। .आईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने भी अपनी पार्टी का चुनाव प्रचार अयोध्या में रैली करके ही प्रारम्भ किया।
राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन के बाद सपा मुखिया अखिलेश यादव भी अयोध्या गये थे और घोषणा की थी जब राम मंदिर बन जाएगा तब वह परिवार समेत राम लला का दर्शन करने जाएंगे।
वोट के खातिर आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने भी कुछ दिन पहले ही अयोध्या पहुंचकर राम लला का दर्शन किया था। उनसे पहले उनकी पार्टी के मनीष सिसोदिया और संजय सिंह भी अयोध्या का चुनावी दौरा कर चुके हैं।