दिल्ली: इस्लामी कैलेंडर का 9वां महीना रमज़ान का महीना होता है। जिसमें दुनिया के तमाम मुसलमान एक महीने तक रोज़ा रखते हैं। रोज़े की हालत सिर्फ़ खाना पीने की मनाही नहीं बल्कि इसके अलावा हर बुरे काम करने की मनाही है। जैसा कि इस्लाम में हर हाल में गुनाहों से बचने के लिए कहा गया है।
रमज़ान का महीना शुरू होने से चंद दिन पहले सबके ज़ेहन में एक ही सवाल होता है का रोज़ा कब से शुरू हो रहा है। यूं तो चांद दिखने के बाद रमज़ान शुरू हो जाता है लेकिन सऊदी अरब के खगोल के जानकारों का अनुमान है कि अरब में रमज़ान के महीने की शुरुआत 5 मई यानि सोमवार से होगी।
सऊदी अरब ने कहा कि, इस बार शाबान का महीना 30 दिन का होगा। उसके बाद ही रमज़ान का चांद नज़र आएगा। अरब देश का यह भी कहना है कि 29 शाबान को चांद दिखने की कोई संभावना नज़र नहीं आ रही है।
वहीं भारत समेत पूरे दक्षिण एशिया की बात करें तो अरब के एक दिन बाद भारत, पाकिस्तान, बंगलादेश में रमज़ान के महीने की शुरुआत हो सकती है।
इस्लाम धर्म के 9वें महीने को रमदान या रमजान कहा जाता है।इस्लाम में इसे बेहद पाक महीना माना जाता है। इस दौरान मुस्लिम समुदाय के लोग रोजे रखते हैं, तरावीह की नमाज और कुरआन शरीफ का पाठ करते हैं। जकात और दान-पुण्य करने पर भी सवाब मिलता है।