आगरा। जनपद के जगदीशपुरा थाना के मालखाना से 25 लाख रुपये की चोरी के आरोपी सफाई कर्मचारी अरुण की पुलिस हिरासत में मौत के मामले में राजनीति थम नहीं रही है। इसी कड़ी में सोमवार को भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत मृतक अरुण के परिवार से मिले और उनको सांत्वना दी।
मीडिया से रूबरू भाकियू नेता राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार ने लखीमपुर खीरी की घटना बाद के मुआवजे की कीमत निर्धारित कर दी है। मौत की कीमत 40 लाख रुपए है, इसलिए सरकार को यही कीमत अरुण के परिवार को देनी चाहिए। साथ ही इस मामले की न्यायिक जांच होनी चाहिए। दोषियों को जल्द सजा मिले।
धरनास्थल पर ही दीपावली मनायेंगे किसान
राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली में धरना स्थल पर ही इस बार किसान दीपावली मनाएंगे क्योंकि सरकार हमारी मांग मान नहीं रही है न ही कृषि कानून वापस ले रही है। आलू और बाजार के किसानों को न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं मिल रहा है। इससे किसान परेशान हैं, उनकी सुनवाई नहीं हो रही है। किसान के लिए ये कानून काले हैं, देश के लिए ये सरकार काली है। हमारा किसान आंदोलन जारी रहेगा ।
किसानों के रास्ते में आई सरकार
दिल्ली में सड़कों पर प्रदर्शन को लेकर राकेश टिकैत ने कहा कि किसान सरकार के रास्ते में नहीं आ रहे हैं। बल्कि ये सरकार ही किसानों के रास्तों में आ रही है। ये उन्हें सोचना है कि इसे सुलझाना है। हम बातचीत से रास्ता निकालने को अब भी तैयार हैं।