सोशल मीडिया पर सामने आए इस घटना के वीडियो में पीड़ित को कीचड़ में घुटनों के बल बैठे देखा जा सकता है और भीड़ पीड़ित से पूछती दिख रही है कि क्या उसके पास गौमांस बेचने का लाइसेंस है?
असम के बिश्वनाथ जिले में कथित तौर पर गोमांस बेचने के शक़ में रविवार को भीड़ ने एक मुस्लिम बुजुर्ग के साथ मारपीट कर पोर्क यानी सूअर का मास खिलने का मामला सामने आया है, पीड़ित की पहचान शौकत अली के रूप में की गई है, वहीँ स्क्रॉल डॉट इन की रिपोर्ट के मुताबिक, घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है, वीडियो में पीड़ित को कीचड़ में घुटनों के बल बैठे देखा जा सकता है और साथ ही भीड़ ने उसे चारो तरफ़ से घेर रखा है. इस वायरल वीडियो में भीड़ पीड़ित से पूछती दिख रही है कि वह गोमांस क्यों बेच रहा था वहीँ भीड़ को पीड़ित से यह भी पूछते देखा जा सकता है कि क्या तुम्हारे पास बीफ बेचने का लाइसेंस है? भीड़ पीड़ित से उसकी नागरिकता को लेकर भी सवाल पूछ रही है और भीड़ उससे पूछती है कि, क्या तुम बांग्लादेशी हो? क्या तुम्हारा नाम नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) में है? मालूम हो कि असम में एनआरसी तैयार किया जा रहा है, जिसमें दर्ज शख्स को ही भारत का नागरिक माना जाएगा।
वहीँ जिला पुलिस के मुताबिक, ‘भीड़ कथित तौर पर पीड़ित अली को पोर्क (सुअर का मांस) खाने के लिए मजबूर भी करती है और उससे पूछती है कि क्या बाजार के महालदार यानी मैनेजर को पता है कि वह बीफ बेच रहा है’ इसके बाद गुस्साई भीड़ महालदार कमल थापा के साथ भी बदसलूकी करती है इस घटना पर पुलिस का कहना है कि, ‘दो अलग-अलग शख्स की शिकायतों के आधार पर अज्ञात शरारती तत्वों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है और इसमें से एक शिकायत पीड़ित अली के रिश्तेदार और दूसरी महलदार कमल थापा ने की थी’ बिश्वनाथ जिला पुलिस प्रमुख राकेश रौशन ने कहा कि यह सांप्रदायिक तनाव का मामला नहीं है शरारती तत्वों ने सिर्फ उनके साथ ही बदसलूकी नहीं की बल्कि दूसरे समुदाय के एक और शख्स के साथ भी की थी।