कांग्रेस में शामिल होने के बाद हिंदी फिल्मों की नायिका(Actores) उर्मिला मातोंडकर ने पहली ही प्रेसवार्ता में बहुत ही स्टीक और एक सुलझे हुए राजनेता की भांति सवालों के जवाब दिए उन्होंने यह कहा, अब लोग मुझे ग्लैमर के अंदाज में नहीं बल्कि एक सक्रिय नेता के तौर पर देखें फिर उर्मिला ने अपनी बात कहने से पहले महात्मा गांधी, जवाहर लाल नेहरु और सरदार पटेल का नाम लेते हुए इन तीनों को अपना आदर्श बताया और कहा, वह अपने जीवन में इन्हीं सबकी विचारधारा पर आगे बढ़ती रही हैं उन्होंने कहा कि उनका परिवार भी हमेशा इन्हीं नेताओं की विचारधारा पर चलता रहा है और बतौर उर्मिला, मुझे भले ही सामाजिक जागरुकता मां-बाप से विरासत में मिल गयी हो लेकिन मैं सदा आम लोगों के जीवन और उनकी समस्याओं को निकट से देखती रही हूं उन्होंने कहा फिल्मों में जाना और सफलता हासिल करना एक अलग बात है इससे मेरे विचारों में कोई बदलाव नहीं आया।


जब उनसे सवाल किया गया कि मौजूदा राजनीतिक हालात में आपने राहुल गांधी का साथ देना क्यों उचित समझा तो उन्होंने कहा कि वे सभी को साथ लेकर चलने में सक्षम हैं और आज देश में जैसी परिस्थितियां हैं, उनमें राहुल गांधी सब लोगों को साथ लेकर आगे जा सकते हैं और इसी तरह इशारों इशारों में भाजपा को निशाना करते हुए उन्होंने आगे कहा कि पिछले कुछ वर्षों में संविधान, लोकतंत्र और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता, इन सब पर सवालिया निशान लग गया है और युवा सोच में पड़े हैं कि आगे उनका भविष्य कैसा होगा! बेरोजगारी बढ़ती जा रही है! अब युवाओं के पास कोई विकल्प नहीं बचा है और मैं लोगों की आवाज को बुलंद करने के लिए राजनीति में आई हूं चुनाव के मौके पर कांग्रेस में शामिल होना, इस सवाल पर उन्होंने कहा, न चुनाव से पहले किसी पद को लेकर मेरा कोई लक्ष्य था और न ही चुनाव के बाद ही मेरा ऐसा कोई लक्ष्य रहेगा।
उर्मिला मातोंडकर ने आगे यह भी कहा कि मुझे किसी पद की कोई लालसा नहीं है और हम कांग्रेस से कभी जुदा नहीं होंगे, मुझे लोगों के बीच सेवा का मौका मिला है, मैं अपनी इसी राह पर आगे बढ़ती रहूंगी और जब उनसे लोकसभा चुनाव लड़ने के बारे में सवाल किया गया तो कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने उसका जवाब दिया और उन्होंने कहा, इस बात का फैसला कांग्रेस कमेटी करती है कमेटी जिस किसी नेता को चुनाव लड़ने के लिए कहेगी, वह चुनाव लड़ेगा और जिसको नही कहेगी वह नही लड़ेगा।