चंडीगढ़। पंजाब के कपास उत्पादक क्षेत्र के किसानों को सुंडी के कारण हुये नुकसान की भरपायी जल्द की जायेगी । इसके लिये प्रभावित जिलों के उपायुक्तों को 29 अक्तूबर तक हर हाल में रिपोर्ट भेजने के लिए कहा ताकि परेशान किसान को मुआवज़ा दिया जा सके।
मुख्यमंत्री चरनजीत सिंह चन्नी ने नरमा उत्पादकों को भरोसा दिया कि राज्य सरकार इस नाजुक समय में उनका साथ देने के लिए वचनबद्ध है। मुआवजे में देरी को लेकर विपक्ष किसानों को भड़काने का काम कर रहा है । ऐसे में उन्होंने किसानों से अपील की कि वे किसी के बहकावे में न आकर सरकार पर भरोसा रखें ।
उन्होंने कहा कि राज्य सरकार किसानों के साथ खड़ी है और उनके हितों की रक्षा के लिए वचनबद्ध है। उन्होंने आम आदमी पार्टी की कल की बयानबाजी पर पलटवार करते हुये कहा कि वो उप मुख्यमंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा के साथ प्रभावित गाँव नसीबपुरा और कटार सिंह वाला में प्रभावित किसान के साथ एकजुटता प्रदर्शित करने गये थे न कि फोटो खिंचवाने ।
वित्तायुक्त (राजस्व )वी.के. जंजूआ ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि नरमे की फ़सल के नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है और प्रभावित किसानों को जल्द ही मुआवज़ा दिया जायेगा। पाँच जिलों के उपायुक्तों से नुकसान की रिपोर्टें मिली हैं । असली नुकसान का पता लगाने के लिए विशेष गिरदावरी के आदेश पहले ही दे दिए गए हैं।
ज्ञातव्य है कि मानसा, बठिंडा, मुक्तसर साहिब, बरनाला और संगरूर जिलों से प्राथमिक रिपोर्टें प्राप्त हुई हैं। सभी रिपोर्टें प्राप्त करने के बाद इनको मुख्य सचिव के नेतृत्व वाली राज्य कार्यकारी समिति के समक्ष मुआवज़े के लिए रखा जायेगा और निर्धारित नियमों के मुताबिक पीडि़त किसानों को मुआवज़ा जारी कर दिया जायेगा।