कलाकारों ने अपने-अपने ढंग से नृत्य, गायन और नाटक के माध्यम से बांची रसमयी श्रीराम कथा

लखनऊ। कलाकारों ने अपने-अपने ढंग से श्रीराम की रसमयी कथा का बखान किया। नृत्य, गायन और नाटक के जरिए दर्शकों ने अमृतमयी श्रीराम कथा का अवलोकन किया। अयोध्या शोध संस्थान और संस्कृति विभाग की ओर से संयुक्त रूप से बृहस्पतिवार को जन-जन के राम रामायण कॉनक्लेव समारोह आयोजित किया गया।

समारोह का आयोजन गोमती नगर स्थित उप्र संगीत नाटक अकादमी प्रेक्षागृह हुआ। समारोह में प्रसिद्ध लोक गायिका मालिनी अवस्थी, शास्त्रीय गायिका सीमा भारद्वाज का गायन हुआ। इसके अलावा ‘राम रास‘ नृत्य नाटिक और श्रीराम चरितम् नाटक भी मंचित हुआ। समारोह का उद्घाटन प्रदेश सरकार की मंत्री स्वाति सिंह ने किया। इस अवसर पर मालिनी अवस्थी का सम्मान भी हुआ।

कार्यक्रम की शुरूआत लोक गायिका मालिनी अवस्थी की प्रस्तुति ‘रघुबीरा‘ से हुई। इस प्रस्तुति में लोक गायिका ने श्रीराम कथा को गायन और नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत किया। दर्शकों ने ताड़ियों के गडगड़ाहट से उनकी प्रस्तुति की प्रशंसा की।

इसके उपरांत उप शास्त्रीय गायिका सीमा भारद्वाज ने श्रीराम के प्रति भक्तिभाव से भजन सुनाएं। उन्होंने गाया कि ‘राम नाम जप ले प्राणी नाम राम नाम… ‘ इसके अलावा उन्होंने एक और भजन रघुपति जननायक… प्रस्तुत किया। भजनों को सुनकर श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए।

कथक केंद्र, लखनऊ की ओर से ‘ राम रस‘ नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई। इसमें नृत्यांगनाओं ने रामायण की यात्रा को नृत्य के माध्यम से प्रस्तुत की। नृत्य नाटिका को देखकर दर्शक भाव विभोर हो गए। नृत्यनाटिका में नृत्यागंनाओं ने अभिनय पक्ष और पद संचालन से रामायण कथा को बखूबी प्रस्तुत किया।

थिएटर एंड फिल्म वेलफेयर एसोसिएशन की ओर से नाटक ‘श्रीराम चरितम्‘ का मंचन किया। इसमें कलाकारों ने श्री राम जन्म से सीता स्वयंवर की कथा को मंच पर प्रस्तुत किया। दर्शक नाटक देखकर मुग्ध हो गए।

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