कानपुर। देश में सबसे तेजी से कार्य करने में शुमार हो चुकी कानपुर मेट्रो परियोजना का पहले चरण का कार्य अंतिम दौर पर है। सिविल कार्य लगभग पूरा हो चुका है और सिस्टम के कार्य भी तेजी से हो रहे हैं। तय समय में कानपुरवासियों को मेट्रो का लुफ्त उठाने के लिए अब तेजी से यात्री सुविधाओं पर कार्य हो रहा है। इसके साथ ही प्रत्येक मेट्रो स्टेशनों के दोनों छोरों पर गोल शीशा लगने जा रहा है। इससे ट्रेन चालक अपनी केबिन में बैठे-बैठे पूरे स्टेशन परिसर पर नजर रख सकेंगे।
कानपुर में मुख्यमंत्री के ड्रीम प्रोजेक्ट मेट्रो का काम तेजी से चल रहा है। नवंबर तक पहले चरण के तहत आईआईटी से मोतीझील तक मेट्रो की शुरुआत करने के लिए स्टेशन पर तेजी से काम जारी है। सिविल वर्क और सिस्टम के कार्य पूरे होने के साथ ही अब यात्री सुविधाओं को प्लेटफार्म पर लगाने का नंबर आ गया है। सीढ़ियों के अलावा स्वचालित सीढ़ियां और लिफ्ट तो पहले ही लगनी शुरू हो गई थीं। अब स्टेशनों पर बैग स्कैनर भी लगने लगे हैं। इन बैग स्कैनरों को पहले फ्लोर पर लगाया जाएगा। इससे अपने सामान की जांच कराने के बाद ही यात्रियों को दूसरे फ्लोर पर जाने दिया जाएगा, जहां से उन्हें मेट्रो मिलेगी। आईआईटी स्टेशन पर बैग स्कैनर पहुंच चुके हैं। बैग स्कैनर और उसके साथ लगनी वाली उसकी ट्राली भी आ गई है। इस पर बेल्ट के जरिए सामान स्कैनर के अंदर से पास होता हुआ बाहर आएगा। इसके बाद यात्री सामान लेकर मेट्रो की तरफ बढ़ सकेंगे।
चालक शीशे से देख सकेगा स्टेशन परिसर- कानपुर मेट्रो कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार कानपुर मेट्रो में सुरक्षा के पुख्ता तकनीकी व्यवस्थाएं की जा रही है। इसके साथ मेट्रो चालक भी अपनी केबिन में बैठे-बैठे स्टेशन परिसर को आसानी से देख सकेगा। स्टेशन के दोनों छोरों पर गोल शीशा लगाया जा रहा है। इस शीशे में चालक को अपने केबिन में बैठे-बैठे पीछे की तरफ पूरे स्टेशन पर क्या हो रहा है, यह आसानी से दिखेगा। इस शीशे को इस तरह बनाया गया है जिससे पूरे स्टेशन पर उससे नजर रखी जा सके।