कानपुर। मौसम के बदले मिजाज से खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में डेंगू का कहर कम होने का नाम नहीं ले रहा है। कुरसौली गांव में ही अब तक 13 मरीजों की मौत हो चुकी है, जिनमें तीन में निजी लैब से डेंगू की पुष्टि हुई थी। हालांकि स्वास्थ्य विभाग बराबर छिड़काव कर डेंगू के लार्वा को खत्म कर रहा है और बेहतर इलाज से रिकवरी रेट भी तेजी से बढ़ रहा है।
सितम्बर माह में इस वर्ष 10 साल बाद बराबर दक्षिण पश्चिम मानसून सक्रिय है, कभी तेज बारिश तो कभी तेज धूप से मौसम का मिजाज बदला हुआ है। इसके चलते डेंगू का कहर बराबर बढ़ता ही जा रहा है। खासकर ग्रामीण इलाके सबसे अधिक प्रभावित हो रहे हैं। जनपद में अब तक 201 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई है, जिसमें 164 मरीज ग्रामीण क्षेत्र के हैं और 37 मरीज शहरी क्षेत्र के हैं। अकेले कल्याणपुर के कुरसौली गांव में 13 लोगों की मौत हो चुकी है, मेडिकल टीमें गांवों में चौबीस घंटे कैंप कर रही हैं। यह अलग बात है कि सरकारी आंकड़ों में डेंगू से एक भी मौत नहीं हुई है।
मुख्य चिकित्साधिकारी डा. नैपाल सिंह ने बताया कि डेंगू के लार्वा को नष्ट करने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों से लेकर शहरी क्षेत्रों में दवा का छिड़काव कराया जा रहा है। अब तक जनपद में 169 मरीज इलाज के उपरांत स्वस्थ हो चुके हैं। जिले में डेंगू के सक्रिय केस 32 हैं, उनका इलाज चल रहा है। सीएमओ ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग की सक्रियता से तेजी से जहां रिकवरी रेट बढ़ा है तो वहीं अब बुखार के मरीजों में भारी कमी देखी जा रही है। बताया कि कुरसौली गांव के 47 घरों में डेंगू का लार्वा मिला है। उसे स्वास्थ्य कर्मचारियों ने नष्ट कराया है। घरों में एंटी लार्वा दवा का भी छिड़काव कराया है। जलभराव न होने देने के प्रति जागरूक भी किया गया।