मुजफ्फरनगर। गुरुवार को खालापार उपकेंद्र पर सास बेटा बहु सम्मेलन का आयोजन किया गया। इनमें आशाओं, एएनएम ने परिवार नियोजन के साधनों का उपयोग करने के लिए लोगों को जागरूक किया। स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर एक वर्ष के दौरान चिह्नित नवविवाहित दंपति को परिवार नियोजन साधन के बारे में जागरुक करते हुए शपथ ग्रहण कराई गई।
मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. महावीर सिंह फौजदार ने बताया कि जनपद में आयोजित हो रहे सास,बेटा-बहू सम्मेलन का उद्देश्य सास-बहू और बेटे के मध्य समन्वय और संवाद को उनके पारस्परिक अनुभवों के आधार पर बेहतर बनाना है जिससे वह प्रजनन स्वास्थ्य के प्रति अपनी अवधारणाओं, व्यवहार व विश्वास में बदलाव ला सकें।
परिवार नियोजन की नोडल अधिकारी डॉ. दिव्या ने बताया कि दंपतियों को सास,बेटा-बहू सम्मेलन के जरिए छोटे परिवार के फायदे बताए गए। सम्मेलन में बेटा से आशय सास के बेटे अर्थात प्रतिभाग करने वाली बहू के पति से है। पहले जनपद में सास-बहू सम्मेलन आयोजित किया जाता था। अब इस सम्मेलन में बेटे को शामिल करने का यह उद्देश्य है कि परिवार के सभी निर्णयों में पुरुषों की सहमति सर्वोच्च होती है। परिवार में पुरुषों का निर्णय ही अंतिम निर्णय होता है। इसलिए उन्हें परिवार नियोजन के बारे में जागरूक किया जाये ताकि इस सम्बन्ध में वह सही निर्णय ले सकें। इसी क्रम में आज दंपतियों को छोटे परिवार के फायदे समझाते हुए शपथ ग्रहण कराई गई। इस अवसर पर सीएमओ डॉ. महावीर सिंह फौजदार, पेमली प्लानिंग नोडल अधिकारी डॉ. दिव्या, डीपीसी रुचि श्रीवास्तव, डीपीए अमान, डॉ. देवेंद्र, फर्मासिस्ट सूर्या प्रकाश, एनएम अनिता सैनी, रविना, आगंनबाड़ी अलका, पिंकी, ममता, दीपमाला, रानी, इंदु, आईशा, शगुफ्ता आदि लोग मौजूद रहे।
सम्मेलन में इन लोगों ने लिया भाग
- विगत एक वर्ष के दौरान विवाहित दंपती
- विगत एक वर्ष के अंदर उच्च जोखिम वाली गर्भवती महिला
- ऐसे दंपती जिन्होंने परिवार नियोजन का कोई भी साधन नहीं अपनाया
- ऐसे दंपति जिनके तीन से अधिक बच्चे हैं
- आदर्श दंपति, ऐसे दंपति जिनके विवाह से दो वर्ष बाद पहला बच्चा हुआ हो
- पहले बच्चे से दूसरे बच्चे में कम से कम तीन साल का अंतराल हो
- ऐसे दंपति जिन्होंने दो बच्चों के बाद स्थायी साधन अपनाया हो