

लन्ढौरा । कस्बे में संत श्री गुरु रविदास बेगम धाम चैरिटेबल ट्रस्ट के माध्यम से कथा वाचक श्री सागर आनंद महाराज द्वारा लन्ढौरा में संत शिरोमणि गुरु रविदास महाराज की सात दिवसीय संगीतमय अम्रत कथा का आयोजन किया गया। सोमवार को गुरु रविदास मंदिर लन्ढौरा के प्रांगण में ट्रस्ट द्वारा गुरु रविदास महाराज की कथा का आयोजन की शुरुआत की गई । जिसमें कथा वाचक श्री सागर आनंद महाराज ने रविदास समाज के लोगों को गुरु महाराज के बताय सत्य मार्ग पर चलने के बारे विस्तार से बताया । उन्होंने कथा में कहा रविदास महाराज ने अपने समाज को जोड़ने का काम किया । संत श्री शिरोमणि रविदास महाराज को रैदास भगत के नाम से भी जाना जाता है गुरु महाराज उन महान संतों में अग्रणी थे ।उन्होंने अपनी रचनाओं के माध्यम से भारत में स्थापित ब्राह्मणी व्यवस्था ओर पाखंडवाद , अंडम्बरवाद , अंध विश्वास को खत्म करने में अहम भूमिका उस समय निभाई थी । प्राचीनकाल से ही भारत में विभिन्न धर्मों तथा मतों के अनुयायी निवास करते रहे है । इन सबसे मेल -जोल ओर भाईचारा बढ़ाने के लिए संतों ने समय समय पर महत्वपूर्ण योगदान दिया है । ऎसे संतों में संत शिरोमणि गुरु रविदास महाराज का नाम अग्रगण्य है । इस मौके पर रविदास मंदिर समिति के अध्यक्ष प्रदीप कुमार , कंवर पाल , वेदपाल , रामकिशोर , सुभाष , पुष्पेन्द्र , नितिन धार्यवाल , अंकुर , छोटा , अनीता , पिंकी देवी , विमला देवी , धीर सिंह , रवि कुमार , आदि व ट्रस्ट के पदाधिकारी व संगीतकार , डा .सतीश कुमार , सिलदास , संगीतकार सुमित वर्मन , अंकित , अश्वनी , ओर सैकड़ों गुरु रविदास भगत मौजूद रहे।

