गोरखपुर कांड पीड़ितों से मिलने कानपुर पहुंचे अखिलेश यादव, योगी सरकार पर बोला हमला

कानपुर। गोरखपुर में रामगढ़ताल में पुलिस की पिटाई से हुई कानपुर के प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता का शव गुरूवार को आखिरकार अंतिम संस्कार कर दिया गया। 53 घंटे बाद मुख्यमंत्री से मिलकर अपनी दर्द बयां करने की आश्वासन के बाद मृतक की पत्नी व परिवारिजनों ने यह निर्णय लिया और सुरक्षा के बीच भैरव घाट में अंतिम क्रिया सम्पन्न कराई गई। मृतक के आवास पर भारी पुलिस बल तैनात है। इस बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के गोरखपुर कांड के पीड़ित परिजनों से मिलने कानपुर पहुंचे और प्रदेश की भाजपा सरकार पर हमला बोला।

जनपद के बर्रा इलाके में रहने वाले प्रापर्टी डीलर मनीष गुप्ता का बीते दिनों गोरखपुर में एक होटल में पुलिस पिटाई के बाद मौत हो गई। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद उनके शव को लेकर पत्नी मीनाक्षी परिजनों के साथ लेकर कानपुर पहुंची। उन्होंने मुख्यमंत्री के न आने तक शव का संस्कार किए जाने से इंकार कर दिया। परिजनों की पीड़ा को बांटने के लिए राजनीतिक दलों का जमावड़ा लगने लगा और प्रकरण ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया। देर रात तक पत्नी व मृतक के परिजन शव का अंतिम संस्कार मुख्यमंत्री से बिना मिले नहीं किए जाने की बात पर अड़े रहें।

जिलाधिकारी विशाख जी व पुलिस आयुक्त असीम अरूण मृतक के आवास पहुंचे और उन्होंने 10 लाख का मुआवजा राशि वाला चेक दिया। जिसे पीड़ित पत्नी ने लेने से इंकार कर दिया। इसके बाद जिला प्रशासन व पुलिस आयुक्त ने लखनऊ में पूरे प्रकरण से अवगत कराया। अधिकारियों को कानपुर दौरे पर गुरूवार को आ रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से पीड़ित परिजनों से मिलाने का आश्वासन दिया गया। जिससे अधिकारियों ने पीड़ित परिजन को अवगत कराया तो उनका अंत्येष्टि के लिए वह राजी हुए।

पुलिस अधिकारियों ने ढांढस बंधाकर शव को उठाया

मुख्यमंत्री से मिलाए जाने के आश्वासन के बाद गोरखपुर कांड के पीड़ित परिजन व पत्नी मीनाक्षी को न्याय मिलने का भरोसा बढ़ा। पत्नी ने कहा कि वह मुख्यमंत्री से मिलकर पुलिस की बरबरता बताएंगी और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगी। इस बीच डीसीपी साउथ रवीना त्यागी, एडीएम सिटी अतुल कुमार, एसडीएम, एसीपी नजीराबाद संतोष सिंह, एसीपी गोविंद नगर विकास कुमार पांडेय दुखी पत्नी मीनाक्षी, बहन डॉली व शिवानी सहित अन्य परिजनों को ढांढस बंधाया और शव को भारी पुलिस बल की मौजूदगी में अंतिम संस्कार के लिए गुरूवार की भोर पहर होते ही एम्बुलेंस में रखवाकर भैरवघाट के लिए भेजा।

पुलिस सुरक्षा के बीच भैरवघाट में हुआ अंतिम संस्कार

गुरूवार की भोर पहर में ही पुलिस की सुरक्षा में मृतक मनीष का शव एम्बुलेंस में रखवाकर भैरवघाट लाया गया। भैरवघाट पर डीसीपी साउथ रवीना त्यागी, एडीएम सिटी अतुल कुमार, एसडीएम और भारी पुलिस बल की मौजूदगी में मनीष के शव का अंतिम संस्कार की क्रिया शुरू कराई गई। शव का संस्कार पंच मुखाग्नि दी गई। मुखाग्नि चाचा बृजकिशोर गुप्ता, चचेरे भाई शिवशंकर गुप्ता, नकुल गुप्ता, विशाल गुप्ता और अंकित गुप्ता द्वारा दी गई।

अखिलेश यादव परिजनों से मिलने कानपुर पहुंचे

गोरखपुर कांड में मारे गए मनीष का अंत्येष्टि होने के कुछ ही घंटें बाद पीड़ित परिजनों से मिलने सपा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव कानपुर पहुंचे। पीड़ित परिजनों से मुलाकात कर उन्हें ढांढस बंधाया। उन्होंने मृतक की पत्नी मीनाक्षी व परिजनों से कहा कि हम आपका दुख समझ सकते हैं। न्याय की इस लड़ाई में हम आपके साथ हैं।

सपा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मीडिया से बात करते हुए कहा, गोरखपुर में पुलिस की बर्बरता ने मनीष की जान ली है। ये बहुत ही दुखद और निंदनीय है। आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश की भाजपा सरकार ने एनकाउंटर (मुठभेड़) की जिस हिंसक संस्कृति को जन्म दिया है, यह उसी का दुष्परिणाम है। घटना में संलिप्त लोगों पर हत्या का मुकदमा चलाया जाए और उत्तर प्रदेश को हिंसा में धकेलने वाले इस्तीफा दें।

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