मुजफ्फरनगर। जनसंख्या स्थिरता पखवाड़े के दौरान परिवार नियोजन के लिए आशा कार्यकर्ता द्वारा घर-घर जाकर दंपति से संपर्क किया जा रहा है और उन्हें दो बच्चों के बीच अंतर और परिवार नियोजन के सुझाव दिये जा रहे हैं। इसके साथ ही स्थाई व अस्थाई गर्भनिरोधक साधनों की जानकारी देने के साथ-साथ इच्छुक दंपति को गर्भनिरोधक साधन नि:शुल्क उपलब्ध कराये जा रहे हैं। विभाग द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक परिवार नियोजन कार्यक्रम में पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं अधिक जागरूक हैं। इसलिए वह घरों की दहलीज पार कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहीं हैं।
परिवार नियोजन कार्यक्रम के नोडल अधिकारी व अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीके सिंह ने बताया आशा, आशा संगिनी और एएनएम लगातार गांव-गांव जाकर जागरूकता अभियान चलाने के साथ घर-घर परिवार नियोजन के साधनों का वितरण कर रही हैं। 11 जुलाई से शुरू हुए इस अभियान में 15 जुलाई तक 291 आईयूसीडी व 131 पीपीआईयूसीडी महिलाओं ने अपनाई। 301 महिलाओं ने गर्भनिरोधक इंजेक्शन अंतरा को अपनाया, जबकि दो पुरुषों और 120 महिलाओं ने नसबंदी कराई।
गर्भनिरोधक गोली माला-एन :
माला-एन गर्भनिरोधक गोली है। इसे साबुत निगला जाता है। महिलाएं इस गोली को अनचाहे गर्भ से बचने के लिए भोजन के साथ या बिना भोजन किए भी ले सकती हैं। लेकिन इतना ध्यान जरूर रखें कि रोजाना एक नियत समय पर ही गोली लें। जिला परिवार नियोजन विशेषज्ञ ने बताया यह गोली गर्भाशय में निषेचित अंडे को जमने से रोकती है, जिससे गर्भ ठहरने का डर नहीं रहता। माला-एन गोली महिलाओं को बेहतर स्वास्थ्य के लिए कई अन्य तरीकों से भी मदद करती है। इस गोली के सेवन से माहवारी नियमित और कर्म दर्दनाक होती है। यह अंडाशय और गर्भाशय के कैंसर और स्तन रोगों के खतरे को भी कम करती है
गर्भनिरोधक गोली – छाया :
यह भी गर्भनिरोधक गोली है लेकिन इसके सेवन का तरीका थोड़ा अलग है। माहवारी शुरू होने वाले दिन पहली गोली खानी होती है। इसके बाद चौथे दिन दूसरी गोली लेनी होती है। यानि माहवारी यदि रविवार को शुरू हुई तो रविवार को और फिर बुधवार को गोली लेनी होगी। तीन माह तक गोली खाने के लिए यही दोनों दिन याद रखने हैं। यानि तीन माह तक हर सप्ताह रविवार और बुधवार को छाया गर्भनिरोधक गोली लेने से अनचाहे गर्भ से बचा जा सकता है।