ग्रेटर नोएडा: चीनी मोबाइल निर्माता कंपनी ओप्पो पर शहर के लोगों ने प्रदर्शन किया। लद्दाख में भारतीय सेना के 20 जवानों के शहीद होने के बाद विरोध में शहर के लोग शनिवार दोपहर चीनी कंपनी ओप्पो के बाहर जमा हुए। नारेबाजी की चीन के राष्ट्रपति और चीनी सेना के खिलाफ प्रदर्शन किया। लोगों ने ओप्पो के मेन गेट पर ताला लगा दिया। सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और भीड़ को समझाया। प्रदर्शनकारियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम एक ज्ञापन पुलिस को सौंपा है।
चीनी कंपनी ओप्पो पर ग्रेटर नोएडा के लोगों ने शनिवार की दोपहर प्रदर्शन किया। हिंदू रक्षा दल के बैनर तले लोग कंपनी के मुख्य गेट पर पहुंचे। ताला लगा दिया और संगठन के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने कंपनी बंद करने की मांग की। प्रदर्शन की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंच गई। ग्रेटर नोएडा के ईकोटेक फर्स्ट थाना से पुलिस पहुंची। ओप्पो कंपनी के बाहर जमा भीड़ को समझाया। प्रदर्शनकारियों ने पुलिस को ज्ञापन दिया है। लोगों ने गलवान में शहीद हुए सैनिकों की याद में मौन रखा है।
पुलिस अधिकारियों ने भीड़ को समझाया और वापस लौटने के लिए कहा। उन्हें जानकारी दी गई कि फिलहाल जिले में धारा 144 लगी है। लिहाजा, कोई ऐसा काम नहीं करें जिससे कानून व्यवस्था को नुकसान हो। इसके बाद प्रदर्शनकारी कंपनी से वापस लौट गए और मुख्य गेट पर लगा ताला खोल दिया गया। हिंदू रक्षा दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि चीन ने भारत के साथ धोखा किया है।
भारतीय सेना के 20 जवानों को धोखे से मारा है। चीनी कंपनियों को भारत में कारोबार करने का हक नहीं है। चीन की कंपनियां बड़ी संख्या में ग्रेटर नोएडा, नोएडा और यमुना प्राधिकरण क्षेत्र में काम कर रही हैं। सरकार से मांग करते हैं कि इन कंपनियों के भूमि आवंटन तत्काल रद्द कर दिए जाएं। सभी चीनी कंपनियों को वापस भेज दिया जाए।