दूसरे चरण के मतदान के दौरान पश्चिम बंगाल के कई इलाकों से भारी हिंसा की खबरें आ रही हैं. इस दौरान रायगंज में सीपीआई (एम) सांसद मोहम्मद सलीम की गाड़ी पर इस्लामपुर में हमला कर दिया गया और इस दौरान उनकी गाड़ी पर पत्थरबाजी भी की गई, वहीँ सलीम इस दौरान पोलिंग स्टेशन जा रहे थे साथ ही हमले में सलीम को भी कुछ चोट भी आई है.
सलीम ने कहा कि त्रिणमूल के लोगों की भीड़ इस्लामपुर के पतागारा पोलिंग स्टेशन से 100 मीटर की दूरी पर जमा हो रही थी और वह वोटर्स को प्रभावित कर रहे थे और जैसे ही मैंने वहां पहुंचने की कोशिश की तो उन लोगों ने मेरी गाड़ी पर हमला कर दिया. सलीम ने इस दौरान पुलिस पर भी आरोप लगाते हुए कहा कि जिस समय हमला हो रहा था उस समय पुलिस मूक दर्शक बनी देख रही थी आगे उन्होंने कहा कि त्रिणमूल बूथ कैप्चर करवाना चाह रही है ऐसे में आम वोटर्स को रोका जा रहा है.
वहीं दार्जिलिंग में लोगों ने एनएच 31 को ब्लॉक कर दिया है और लोगों की मांग है कि जल्द से जल्द सभी पोलिंग स्टेशन पर सीआरपीएफ के जवानों को तैनात किया जाए. वहीँ इस संबंध में लोगों ने पुलिस से शिकायत भी की है और चोपरा गांव के लोगों का आरोप है त्रिणमूल के कार्यकर्ता उन्हें परेशान कर सकते हैं ऐसे में उन्हें खतरा है और वे केवल स्थानीय पुलिस के रहते अपना वोट नहीं देंगें. आपको बता दें गौरतलब है कि चोपरा गांव के ही कोटगाच पोलिंग बूथ पर बीजेपी और त्रिणमूल के कार्यकर्ताओं की भीड़ंत में एक ईवीएम मशीन भी टूट गई है और पुलिस को मामले पर काबू पाने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े. इसके साथ ही एक क्रूड बम बरामद होने के बाद भी इलाके में दहशत फैली हुई है और सुरक्षा दस्ता मामले की जांच कर रहा है.
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गौरतलब यह है कि बीजेपी ने दार्जिलिंग सीट 2009 और 2014 के चुनावों में अपने ही नाम की थी और चाय बगानों के कर्मचारियों ने इस जीत में बड़ी भूमिका निभाई थी. ऐसा ही जलपाईगुड़ी में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला था और इधर जलपाईगुड़ी में ही कुछ बूथों पर ईवीएम खराब होने की भी शिकायतें आई हैं.