जैसे-जैसे लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहे हैं वैसे ही बॉलीवुड के बड़े पदों पर भी चुनावी जंग शुरू हो गई है। कभी एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर आती है तो कभी उरी या कभी कहीं तो चौकीदार चोर है।
सूत्रों की मानें तो यह फिल्म सियासी चाल भी हो सकती है ऐसा माना जा रहा है कि इस फिल्म को दिखा कर 2019 के लोकसभा चुनाव में कुछ पार्टियां या कुछ लोग सियासी फायदा उठाना चाहते हैं फिल्म के ट्रेलर को देखकर कहें तो साफ साफ पता चलता है कि इस फिल्म में भारतीय जनता पार्टी को निशाना बनाया गया है और ऐसा दर्शाया गया है कि 2014 के बाद मोदी सरकार विफल साबित हुई है और कहीं घोटाले भी दिखाने की कोशिश की गई है बाकी फिल्म आने के बाद क्लियर हो पाएगा के इस फिल्म में डायरेक्टर शादाब चौहान असल में क्या दिखाना चाहते हैं और क्या इसका राजनीतिक फायदा उठाना चाहते हैं।
जैसे कि इंडिया प्लस न्यूज़ ने पहले भी बताया था कि 1 फरवरी को दिल्ली प्रेस क्लब में चौकीदार चौर है मूवी का पोस्टर लांच किया गया था डायरेक्टर शादाब चौहान प्रेस वार्ता कर रहे थे कि इस बीच मोदी समर्थक वहाँ पहुंच गए थे और हंगामा शुरू कर मूवी का पोस्टर भी फाड़ दिया था और चौकीदार प्योर है गठबंधन चौर है के नारे भी लगाए थे । वहीं जब डायरेक्टर शादाब चौहान से बात की गई थी तो उन्होंने बताया था कि मूवी का टीज़र 4 फरवरी को रिलीज किया जाएगा, वहीं मोदी समर्थकों ने कहा था कि किसी भी सूरत में मूवी रिलीज़ नही होने देंगे चाहे इसके लिए हमें सड़कों पर उतरकर आंदोलन करना पड़े। लेकिन जब शादाब चौहान से मूवी के पोस्टर को लेकर बात की गई थी तो उन्होंने बताया था कि मूवी में किसी भी व्यक्ति अथवा समुदाय की भावनाओं को ठेस नही पहुंचाई गई है जो सत्य है बस वही मूवी में दरसाया गया है। बता दे शादाब चौहान के बताने के अनुसार टीजर ठीक 4 फरवरी को लॉन्च कर दिया गया है जो ऊपर दिखाया गया है।