पुलवामा आतंकी अटैक के बाद देश में पाकिस्तान के खिलाफ जनता की मांग पर युद्ध छेड़ने का माहौल बन रहा है। ऐसे में यह जानना बेहद जरूरी है कि दोनों देशों की सैन्य ताकत कैसी है और युद्ध हुआ तो कितने दिनों के लिए चल सकता है।…
पुलवामा अटैक के बाद देशभर में सिर्फ एक ही आवाज सुनाई दे रही है कि इस बार पाकिस्तान को कड़ा सबक सिखाना ही चाहिए। कड़े सबक का सीधा-सीधा मतलब पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब देने का है। यानि आसान भाषा में पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध का पूरा माहौल देश में बन रहा है। ऐसे में यह जान लेना भी जरूरी है कि दोनों देशों की सैन्य ताकत कैसी है और अगर युद्ध छिड़ा तो कितने दिनों के लिए चल सकता है। इस बात को समझना इसलिए और भी ज्यादा जरूरी हो जाता है, क्योंकि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अपनी स्पीच में युद्ध की बात भी कही है।
पाकिस्तान देश को कड़ा सबक सिखाने की बात करना बेहद आसान है, क्योंकि सिर्फ बड़े बोल बोलने भर से न तो युद्ध पर आने वाले खर्च का पता चलता है न युद्ध में होने वाले जानमाल के नुकसान का अंदाजा लगाया जा सकता है। सैन्य शक्ति ही है, जो किसी भी देश को शक्तिशाली बनाती है। अपनी सैन्य शक्ति के बल पर ही आज अमेरिका, चीन और रूस दुनिया के बड़े शक्तिशाली देश बने हुए हैं।
सिर्फ हथियार ही नहीं बल्कि हौसला भी बड़े काम की चीज है युद्ध में
किसी भी जंग को जीतने के लिए हथियारों की एक बड़ी अहम भूमिका मानी जाती है। आज हिन्दुस्तान के पास दुश्मन को मार गिराने के लिए अत्याधुनिक हथियार भी मौजूद हैं। भारत के पास ऐसे ऐसे हथियार भी हैं, जो पाकिस्तान को उसी की धरती पर मटियामेट कर सकते हैं। भारत के पास ऐसे भी हथियार हैं, जो पाकिस्तानी विमानों और मिसाइलों को उड़ान भरने के साथ ही तबाह कर सकते हैं। हथियारों की अपनी एक अहम भूमिका होती है, मगर किसी भी जंग को जीतने के लिए हथियारों के साथ साथ हौसला भी बड़े काम की चीज होती है। इस वक्त जब पुलवामा आतंकी अटैक के बाद देशभर में हर किसी के रगों में खून जोरों से उबल रहा है, तो जोश और जुनून पूरा हाई है। इसलिए यह कहा जा सकता है कि भारत के लोगो में हौसले की कमी तो बिल्कुल भी नहीं है।
ये है हमारे देश की सैन्य शक्ति
हिन्दुस्तान की सेना की अगर बात करें तो सेना में कुल कर्मचारी 1.2 मिलियन यानि 12 लाख से भी ज्यादा सैनिक हैं, जो हर समय जंग के लिए तैयार रहते हैं। इनके अलावा हिन्दुस्तान के पास करीब 10 लाख रिजर्व फोर्स यानि अर्द्धसैनिक बल (बीएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, सीआईएसएफ, एसएसबी, आरएएफ आदि) के सैनिक भी हैं। दूसरी तरफ पड़ोसी देश पाकिस्तान की बात करें तो उनके पास करीब कुल साढ़े छह लाख एक्टिव सैनिक हैं और करीब पांच लाख रिजर्व फोर्स है। यानि, पाकिस्तान के पास कुल करीब 11 लाख जवान हैं, जो भारत के मुकाबले करीब अाधे हैं।
अब बात सामरिक ताकत की…
हिन्दुस्तान के पास 4400 से ज्यादा युद्ध के टैंक हैं। बख्तरबंद गाड़ियों की बात करें तो यह संख्या भी हिन्दुस्तान के पास 6700 से ज्यादा है। इसके अलावा करीब 300 स्वचालित तोप व 7000 से ज्यादा अन्य तोपें भी हिन्दुस्तान के पास हैं। 29 रॉकेट प्रोजेक्टर भी दुश्मन के दांत खट्टे करने के लिए देश के पास हैं। दूसरी तरफ पाकिस्तान की बात करें तो उसके पास करीब 2700 युद्ध टैंक मौजूद हैं। पाकिस्तान के पास चीन की पुरानी बख्तरबंद गाड़ियां और हथियार हैं, जिनमें 3000 से ज्यादा बख्तरबंद गाड़िया हैं। भारत के 300 रॉकेट लॉन्चर के मुकाबले पाकिस्तान के पास करीब 150 रॉकेट लॉन्चर हैं। मतलब सामरिक ताकत में भी पाकिस्तान, भारत से लगभग आधा है।
हिंदुस्तानी वायुसेना भी किसी से कम नहीं है
हिन्दुस्तान की वायुसेना भी आसमान में उड़कर दुश्मन को मलियामेट करने में भी महारत रखती है। हिन्दुस्तान के पास मौजूदा वक्त में 650 से ज्यादा लड़ाकू विमान भी मौजूद हैं। 800 से ज्यादा हमलावर विमान और 850 से ज्यादा ट्रांसपोर्टर भी भारत के पास हैं। ट्रेनर एयरक्राफ्ट की संख्या भी 300 से ज्यादा है और 16 हमलावर हेलिकॉप्टरों सहित हिन्दुस्तान के पास कुल 650 से ज्यादा हेलिकॉप्टर उपलब्ध हैं। पाकिस्तान की बात करें तो उसके पास करीब 200 एयरक्राफ्ट, करीब 100 अटैक एयरक्राफ्ट और 300 से ज्यादा हेलिकॉप्टर भी मौजूद हैं।


भारतीय नौसेना भी दुश्मन को समुद्र में ही दफन कर सकती है।
किसी भी जंग में उस देश की नौसेना की भी अहम भूमिका होती है। भारतीय नौसेना दुनिया की किसी भी नौसेना के मुकाबले न तो हथियारों के मामले में और न ही जोश व जज्बे के मामले में पीछे है। भारत के पास 290 से ज्यादा नौसैनिक जहाज मौजूद हैं। तीन विमानवाहक पोत, 14 युद्ध पोत, 11 विध्वंशक, 20 से ज्यादा लड़ाकू जलपोत, 15 पनडुब्बियों और करीब 140 पेट्रोल एयरक्राफ्ट दुश्मन को समुद्र में दफन करने के लिए हर वक्त तैयार रहते हैं। पाकिस्तान के पास एक भी एयरक्राफ्ट कैरियर नहीं हैं और केवल पांच पनडुब्बियां मौजूद हैं


परमाणु हथियार में भी भारत हैं अचूक
हिन्दुस्तान एक परमाणु संपन्न देश है, लेकिन फिर भी पाकिस्तान की तरह बार-बार परमाणु हमले की धमकी नहीं देता। हिन्दुस्तान एक जिम्मेदार देश है और वह जानता है कि परमाणु हथियार का इस्तेमाल कितना घातक हो सकता है, लेकिन अपनी सुरक्षा सर्वोपरि है। भारत के पास 125 से ज्यादा परमाणु हथियार मौजूद हैं। यही नहीं, हमारी मिसाइलों की न्यूनतम रेंज 150 किलोमीटर है, जो पाकिस्तान को पूरी तरह से नेस्तनाबूत कर सकती हैं। भारत के पास ऐसी मिसाइलें भी हैं, जो चीन की सीमा को भी पार करके रूस तक पहुंच सकती हैं। अग्नि पांच की रेंज जहां 5 से 8 हजार किमी है, वहीं सूर्या मिसाइल 16 हजार किमी दूर तक मार कर सकती है। पाकिस्तान की बात करें तो उसके पास करीब 150 परमाणु हथियार हैं।
हिन्दुस्तान के सामने कितने दिन टिकेगा पाकिस्तान
अगर हिन्दुस्तान ऐसे हथियार का इस्तेमाल करता है, जिसकी उम्मीद बिल्कुल नहीं है, यानि परमाणु हथियार की तो चंद मिनटों के अंदर ही पूरा पाकिस्तान बर्बाद हो जाएगा। युद्ध की स्थिति में आने वाले दशकों या सदियों तक भी पाकिस्तान अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो सकता। सैन्य लड़ाई की बात करें तो पाकिस्तान के पास आर्टिलरी की भी भारी कमी है। और वह 15 दिन से ज्यादा भारत के सामने नहीं टिक पाएगा। जैसा कि हम जानते हैं, पाकिस्तान छद्म युद्ध यानि आतंकियों के जरिये तो हिन्दुस्तान को परेशान करेगा, लेकिन आमने-सामने की जंग से बचने की हर संभव कोशिश भी करेगा। इसका सबसे बड़ा उदाहरण 1965, 1971 और 1999 की हिन्द-पाक जंग है।