कानपुर। जमीन बेचने में किसान को मिले डेढ़ करोड़ रुपये की जानकारी पर रिश्तेदार की नियत इस कदर खराब हो गई कि किसान के 15 वर्षीय बेटे का अपहरण कर लिया। कोचिंग से जब बेटा पढ़कर नहीं लौटा तो परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। सूचना पर हरकत में आई पुलिस ने 24 घंटे के अंदर अपहरणकर्ताओं से छात्र को बांदा से बरामद कर लिया। साथ ही अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार कर लिया गया। अब पुलिस पूछताछ करके जल्द ही आरोपियों को जेल भेजने की तैयारी में है।
सचेंडी थाना क्षेत्र में कला का पुरवा निवासी किसान दीपेंद्र सिंह परिवार के साथ रहता है और वह मूलत: बांदा जनपद का रहने वाला है। कुछ दिनों पूर्व उसने बांदा की पैतृक जमीन डेढ़ करोड़ रुपया में बेचा था। इसकी जानकारी उसके एक रिश्तेदार को लग गई तो उसकी नियत खराब हो गई। उसने दीपेन्द्र सिंह के 15 वर्षीय बेटे वैभव सिंह चंदेल का शुक्रवार की शाम उस समय अपहरण कर लिया जब वह सुंदर नगर स्थित महिंद्रा क्लासेस में ट्यूशन पढ़ने गया था। शाम को जब वह घर नहीं पहुंचा तो परिवार वालों को चिंता हुई। परिवार वाले रात भर उसे तलाशते रहे, लेकिन उसका पता नहीं चला। सुबह होने पर परिजनों ने पुलिस को सूचना दी। हरकत में आई पुलिस ने तलाश तेज कर दी तो पता चला कि अपहृत वैभव की साइकिल पनकी क्षेत्र में एक गुमटी के बाहर खड़ी मिली। इसके बाद पुलिस ने गुमटी वाले से संपर्क किया तो उसने बताया कि एक सफेद रंग की स्कार्पियो कार से कुछ लोग आए थे उनमें से ही एक ने यहां साइकिल खड़ी कर दी थी। साइकिल खड़ी करने के दौरान यह कहा गया था कि वह कुछ देर में लौट कर आ रहा हूं। मामला कुछ संदिग्ध लगा तो स्कार्पियों का नंबर नोट कर लिया। पुलिस को यहीं से अहम सुराग लग गया और नंबर से पता चला कि यह स्कार्पियों दीपेन्द्र सिंह के रिश्तेदार की है।
एक ही जगह मिली लोकेशन
पुलिस ने दीपेन्द्र सिंह उसके उस रिश्तेदार का मोबाइल नंबर लिया जिसकी स्कार्पियो थी। नंबर मिलने पर पुलिस ने सर्विलांस में लगाया और वैभव का भी मोबाइल नंबर सर्विलांस में लगाया गया तो पता चला कि दोनों नंबर एक ही जगह हैं और लोकेशन बांदा मिली। इस पर क्राइम ब्रांच की टीम बांदा के लिए रवाना हुई और बांदा से छात्र को बरामद कर लिया और अपहरणकर्ताओं को भी गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस आयुक्त असीम अरुण ने बताया कि डेढ़ करोड़ की फिरौती वसूली की योजना बनाकर रिश्तेदार ने ही अपहरण की साजिश रची। पुलिस ने रिश्तेदार और ड्राइवर को गिरफ्तार कर लिया है। दोनों से पूछताछ की जा रही है। वैभव को उसके परिजनों के हवाले कर दिया गया है।
मुंह में ठूंस दिया था कपड़ा- छात्र ने बताया कि उसे अपहरण करने के बाद अपहरणकर्ताओं ने मुंह में कपड़ा ठूंस दिया था। इसके साथ ही हाथ-पैर बांधकर स्कॉर्पियो की पीछे वाली सीट पर डाल दिया था। पुलिस आयुक्त के मुताबिक पुलिस की चार टीमों ने अथक प्रयास करके छात्र को सकुशल बरामद कर लिया और तीनों अपहरणकर्ता भी गिरफ्तार कर लिये गये हैं।