वाराणसी: पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ गठबंधन से समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी बीएसएफ के बर्खास्त सिपाही तेज बहादुर यादव का नामांकन खारिज हो सकता है। मंगलवार को नामांकन पत्रों की जांच में बीएसएफ से बर्खास्त किए जाने के संबंध में दो नामांकन पत्रों में अलग-अलग जानकारी सामने आने के बाद उन्हें नोटिस दिया गया है।
उनको कहा गया है कि 24 घंटे में बीएसएफ से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर जिला निर्वाचन अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत करने को कहा गया है। नामांकन पत्रों की जांच में पाया गया कि तेज बहादुर यादव ने पहले नामांकन पत्र में ‘भारत सरकार या राज्य सरकार के अधीन पद धारण करने के दौरान भ्रष्टाचार या अभक्ति के कारण पदच्युत किया गया’ के सवाल पर हां में जवाब दिया और विवरण में 19 अप्रैल 2017 लिखा है।
दूसरे नामांकन पत्र में शपथ पत्र प्रस्तुत कर पहले नामांकन में गलती से ‘हां’ लिख दिया गया। शपथ पत्र में बताया कि तेज बहादुर सिंह पुत्र शेर सिंह को 19 अप्रैल 2017 को बर्खास्त किया गया, मगर भारत सरकार व राज्य सरकार द्वारा पद धारण के दौरान भ्रष्टाचार और अभक्ति के कारण पदच्युत नहीं किया गया है।
रिटर्निंग ऑफिसर सुरेंद्र सिंह की ओर से जारी नोटिस में तेज बहादुर को निर्देश दिए गए हैं कि वह बीएसएफ से अनापत्ति प्रमाण पत्र लेकर आएं, जिसमें यह स्पष्ट हो कि उन्हें नौकरी से किस वजह से बर्खास्त किया।