General Election 2019 को लेकर आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच गठबंधन के कयासों पर अब विराम लग गया है। दोनों ही दल इस आम चुनाव में अलग-अलग चुनाव लड़ने का फैसला किया है। इसके मद्देनजर कांग्रेस ने दिल्ली में लगभग अपने पत्ते खोल दिए हैं।
कांग्रेस पूर्वी दिल्ली सीट से प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को लोकसभा चुनाव में उतारने का फैसला किया है तो वहीं दक्षिण दिल्ली से पार्टी ओलंपियन पहलवान सुशील कुमार को 2019 के ‘दंगल’ में उतारने पर विचार कर रही है।
सुशील कुमार के गुरु पदम भूषण महाबली सतपाल ने एक ही दिन पहले इस बात को जगज्ञजाहिर किया था कि कांग्रेस ने सुशील दिल्ली से प्रत्याशी बनाने के लिए इच्छा जताई है लेकिन उन्होंने इस बारे में सोचने के लिए एक दिन का वक़्त मांगा था
अब यह खबर आ रही है कि सुशील ने मंजूरी दे दी है और कुछ ही देर में दिल्ली की सातों सीटों के उम्मीदवारों का एलान किया जा सकता है।
इससे पहले गुरुवार को केंद्रीय चुनाव समिति (CEC) की बैठक ने प्रदेश की चार सीटों पर मुहर लगा दी है। जिनमें नई दिल्ली से पूर्व सांसद अजय माकन, चांदनी चौक से कपिल सिब्बल, नॉर्थ ईस्ट से जय प्रकाश अग्रवाल और नॉर्थ वेस्ट सीट से पूर्व मंत्री राजकुमार चौहान के नाम के नाम तय किए गए हैं।