नेशनल डेस्क: आज 14 नवंबर है आज के दिन पूरा देश पूर्व प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ( चाचा नेहरू) की 130वीं जयंती मना रहा है. आज ही के दिन चिल्ड्रेन्स डे भी मनाया जाता है. इस मौके पर गूगल ने भी एक क्यूट सा डूडल बनाया है. वैसे तो चिल्ड्रेन्स डे दुनिया भर में 1925 से मनाया जाता है लेकिन भारत में नेहरू का बच्चों के प्रति प्यार और लगाव देखकर यह दिन उनके जन्मोत्सव के दिन मनाया जाता है.
नेहरू जयंती के दिन ही क्यों मनाया जाता है चिल्ड्रेन्स डे?
दुनिया के देशों में चिल्ड्रेन्स डे अलग-अलग तारीखों में मनाया जाती है. भारत में भी चिल्ड्रेन्स डे पहले 20 नवंबर को मनाया जाता था लेकिन 1964 में जवाहर लाल नेहरू के निधन के बाद इसे 14 नवंबर के दिन मानाने पर सहमति जताई गयी. पंडित नेहरू ने भारत की आजादी के बाद बच्चों की शिक्षा, और उन्हें आगे बढ़ाने के लिए कई काम किए. पंडित नेहरू का बच्चों से इतना लगाव था कि बच्चे उन्हें चाचा नेहरू कहकर बुलाते थे, नेहरू मानते थे कि बच्चे देश का भविष्य है इसलिए ये जरूरी है कि उनसे प्यार किया जाए और उनकी देखभाल की जाए जिससे वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें.
पंडित जवाहर लाल नेहरू का परिचय
यूँ तो देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू किसी परिचय के मोहताज़ नहीं लेकिन पिछले कुछ समय से सोशल मीडिया में उनके बारे जिस तरह की बातें होती हैं उसे देखते हुए एक छोटा सा परिचय देना ज़रूरी है. जवाहर लाल नेहरू का जन्म 14 नवंबर 1889 को इलाहाबाद में हुआ था. .पंडित जवाहर लाल नेहरू कश्मीर के एक प्रवासी पंडित परिवार से थे. आजादी की लड़ाई में पंडित नेहरू 1929 से लेकर आज़ादी तक कई बार जेल भी गए. इस दौरान नेहरू ने अपने मां-बाप और बीमार पत्नी को खो दिया। यह जवाहर लाल नेहरू ही थे जिन्होंने भिलाई, राउरकेला और बोकारो जैसे देश के सबसे बड़ी स्टील प्लांट दिए । इसके आलावा आईआईएससी और आईआईटी जैसे कई बड़े शैक्षिक संस्थान उनकी ही देंन है।
लैकमे फैशन उनकी ही देन है
आज लैकमे ब्यूटी इंडस्ट्री में अपने झंडे गाड़ रहा है लेकिन शायद ही आपको यह मालूम हो कि यह पंडित नेहरू की कोशिशों के बाद ही वजूद में आया. दरअसल , जब पंडित नेहरू को इस बात की जानकारी हुई कि भारतीय महिलाएं ब्यूटी प्रोडक्ट्स पर भारी-भरकम विदेशी मुद्रा खर्चती है तो नेहरू ने चिंता जताते हुए जेआरडी टाटा से ब्यूटी प्रोडक्ट बनाने का निवेदन किया. जिसके बाद लैकमे मार्केट में आया!