पराली का उर्वरक के तौर पर इस्तेमाल करें किसान

मीरजापुर। नगर के पथरहिया स्थित विकास भवन के सभागार मुख्य विकास अधिकारी व प्रभारी जिलाधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस की अध्यक्षता में जनपद स्तरीय रबी गोष्ठी का आयोजन किया गया। रबी गोष्ठी में जिले के विभिन्न विकास खण्डों से जुटे कृषकों के साथ-साथ कृषि, पशुपालन, उद्यान, सहकारिता, विद्युत, सिंचाई सहित कृषि से सम्बन्धित अन्य विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

उप निदेशक कृषि रक्षा सतीश मलिक ने शासन से किसानों के लिए संचालित विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी। उन्होंने पराली व फसल अवशेष को जलाने की बजाय जैविक उर्वरक के तौर पर इस्तेमाल करने की सलाह दी। कहाकि पराली जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है। इससे श्वांस सम्बन्धित बीमारी होने का खतरा बढ़ जाता है और जलवायु पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। फसलों की वृद्धि एवं उत्पादन भी प्रभावित होती है। खेत में पाये जाने वाले सभी प्रकार के मित्र कीट मर जाने से खेत की उर्वरा शक्ति क्षीण हो जाती है, मिट्टी की कार्बन भी जलकर नष्ट हो जाने से उस भूमि में कोई भी फसल उगाना एवं उत्पादन करना सम्भव नहीं होता है।

जिला उद्यान निरीक्षक पुष्पेन्द्र त्रिपाठी ने उद्यान विभाग से संचालित योजनाओं की जानकारी दी। सीवीओ डा. ओम प्रकाश ने पशुपालन विभाग की योजना तथा पशुओं के टीकाकरण की जानकारी दी। सहायक निदेशक मत्स्य मुकेश सारंग ने मत्स्य विभाग से संचालित योजनाओं के संबंध में बताया।

डिप्टी आरएमओ ने कहाकि किसानों से धान की खरीद को पारदर्शी तरीके से किया जायेगा। इसके साथ-साथ सहकारिता, विद्युत, सिंचाई तथा अन्य सम्बन्धित विभाग के जनपद स्तरीय अधिकरियों ने कृषकों की समस्याओं का समाधान किया।

कृषि वैज्ञानिक डा. श्रीराम सिंह ने जैविक खेती व पीएसबी कल्चर से बीज शोधन एवं भूमि शोधन के प्रक्रिया के बारे में विस्तार से बताया। डा. एसएन सिंह ने रबी की फसलों के विभिन्न प्रजाति के बीजों के संबंध में किसानों को चयन करने, सिंचाई की विधि तथा रोग व कीटों के बारे में जानकारी दी। कृषक योगेन्द्र कुमार सिंह ने वेस्ट डी कम्पोजर के माध्यम से पराली-फसल अवशेष को सड़ाकर जैविक खाद के रूप में प्रयोग करने की सलाह दी।

उन्होंने किसानों में वेस्ट डी कम्पोजर तरल नि:शुल्क वितरीत किए। भूमि संरक्षण अधिकारी जीतलाल गुप्ता नं रबी गोष्ठी में आये हुए समस्त कृषकों, अधिकारियों एवं कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का संचालन डा. सुधीर श्रीवास्तव ने किया।

गोवंश आश्रय स्थलों को पराली दान दे किसान

मिर्जापुर। प्रभारी जिलाधिकारी व मुख्य विकास अधिकारी श्रीलक्ष्मी वीएस ने किसानों से फसल अवशेष व पराली को न जलाने की अपील की। कहाकि उसे निराश्रित गोवंश आश्रय स्थल को नि:शुल्क दान कर दें। बताया गया कि किसान रबी फसलों कीं जैविक विधि से बुवाई कर जिससे कम लागत में अधिक आमदनी प्राप्त हो सके जिससे उनकी आय में वृद्धि हो सके।

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