कानपुर। उत्तरी पाकिस्तान में पश्चिमी विक्षोभ बना हुआ है और प्रेरित चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र मध्य पाकिस्तान और पंजाब के आसपास के हिस्सों पर बना हुआ है। इसके साथ ही पंजाब पर बने चक्रवाती हवाओं के क्षेत्र से एक ट्रफ रेखा राजस्थान के पश्चिमी हिस्से से होते हुए दक्षिण सिंध तक फैली हुई है। एक चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र लक्षद्वीप के ऊपर बना हुआ है। दक्षिण बांग्लादेश में एक और चक्रवाती हवाओं का क्षेत्र बना हुआ है। ऐसे में आगामी तीन दिनों में उत्तर प्रदेश में सर्द हवाएं सिहरन बढ़ाएंगी और आसमान में कोहरा भी छाने लगेगा।
चंद्र शेखर आजाद कृषि प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक डा. एसएन सुनील पाण्डेय ने सोमवार को बताया कि वर्तमान में एक पश्चिमी विक्षोभ जम्मू-कश्मीर और उसके आसपास सक्रिय है। पाकिस्तान के मध्य में एक प्रेरित चक्रवात बना हुआ है। पश्चिमी विक्षोभ के असर से जहां उत्तर भारत के पहाड़ों पर बर्फबारी शुरू हो गई है, वहीं पंजाब और राजस्थान में बारिश होने की संभावना बढ़ गई है। पाकिस्तान पर बने सिस्टम के कारण हवाओं का रुख बदल गया है। पश्चिमी, दक्षिण-पश्चिमी हवाएं चलने के कारण मध्य प्रदेश में आंशिक बादल छाने लगे हैं। इससे दिन के तापमान में तो गिरावट हो रही है, लेकिन रात के तापमान में मामूली बढ़ोतरी दर्ज होने लगी है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक दो दिन बाद हवाओं का रुख बदलकर उत्तरी होने की संभावना है। इसके बाद बर्फीली हवाएं वातावरण में सिहरन पैदा करेंगी।अगले 24 घंटों के दौरान पंजाब में कुछ स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है। जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और लद्दाख के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ हिमपात और कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है।उत्तराखंड में छिटपुट बारिश और हिमपात हो सकता है।
यहां पर बारिश की संभावना
मौसम वैज्ञानिक ने बताया कि कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, रायलसीमा और तटीय आंध्र प्रदेश और अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ कहीं-कहीं भारी भारी हो सकती है। हरियाणा, उत्तर-पश्चिम और पूर्वी राजस्थान, उत्तर पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों, लक्षद्वीप, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की बारिश की संभावना है। 24 घंटे के बाद उत्तर पश्चिमी मैदानी इलाकों के न्यूनतम तापमान में 02 से 03 डिग्री की गिरावट आएगी।
यहां पर हो रही बर्फवारी
बताया कि मौसम के पहले मजबूत पश्चिमी विक्षोभ ने जम्मू-कश्मीर के पहाड़ी राज्यों, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद, लद्दाख और हिमाचल प्रदेश के कुछ हिस्सों में काफी व्यापक बारिश और बर्फबारी की है। जम्मू-कश्मीर के कई हिस्सों जैसे गुलमर्ग, पहलगाम, शोपियां, गुरेज़ और लद्दाख के ज़ोज़िला दर्रे, द्रास और ज़ांस्कर में मध्यम से भारी बर्फबारी हुई। बर्फबारी के कारण जम्मू श्रीनगर हाईवे भी बंद है। बारिश से संबंधित भूस्खलन से तीन लोगों की मौत हो गई। जम्मू क्षेत्र में भी मध्यम से भारी बारिश हुई। माता वैष्णो देवी तीर्थ, कटरा और आसपास के इलाकों में बारिश और ओलावृष्टि हुई। पश्चिमी विक्षोभ अब पूर्व दिशा की ओर बढ़ रहा है। जम्मू कश्मीर, गिलगित बाल्टिस्तान, मुजफ्फराबाद और लद्दाख में अब बारिश और हिमपात की गतिविधियां कम होंगी। हालांकि अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के अलग-अलग हिस्सों में छिटपुट बारिश और हिमपात जारी रह सकता है। प्रेरित चक्रवाती परिसंचरण ने उत्तर पश्चिम राजस्थान में मध्यम बारिश और ओलावृष्टि और पंजाब और हरियाणा के कुछ हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश दी है। पश्चिमी विक्षोभ के गुजरने के बाद, कानपुर मंडल सहित उत्तर प्रदेश पश्चिमी भारत उत्तर और उत्तर-पश्चिमी ठंडी और शुष्क हवाएँ चलेंगी जिससे न्यूनतम तापमान में उल्लेखनीय गिरावट आएगी।