पुलवामा में CRPF के जवानों पर हुए आतंकी हमले के बाद से ही दोनों देशों की स्ट्रीम मीडिया में इस बात की चर्चा जोरों पर थी कि इस बार भारत चुप नहीं बैठने वाला है। हुआ भी कुछ ऐसा ही और हमले के करीब 12 दिन बाद भारत के 12 (मिराज-2000) विमानों ने पाक अधिकृत कश्मीर में 1000 किलो के बम बरसाए और कई आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया।
हिंदुस्तान की इस एयर स्ट्राइक की खबर ने दोनों ही देशों की मीडिया को पूर्ण तरीके से सक्रिय कर दिया है। भारतीय मीडिया जहां एक ओर इसे पुलवामा का बदला बता रही है, वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान की मीडिया इस बात का आरोप लगा रही है कि भारतीय विमानों ने नियंत्रण रेखा का उल्लंघन किया लेकिन पाकिस्तानी सेना की सतर्कता के कारण उन्हें वापस लौटना पड़ा।
पाक की मीडिया डीजी आईएसपीआर के हवाले से खबर चला रही है, इसमें यह कहा गया है कि पाकिस्तान एयर फोर्स की सतर्कता के कारण भारत के इस हमले को समय रहते भांप लिया गया और उन्हें वापस लौटना पड़ा।
वहीँ एक पाकिस्तानी न्यूज वेबसाइट डॉन ने भारत की इस बहादुर भरी एयर स्ट्राइक की खबर को कुछ इस तरह से प्रकाशित किया है। डॉन लिखता है- “मुजफ्फराबाद सेक्टर में भारतीय विमानों ने घुसपैठ की कोशिश की, पाकिस्तानी वायु सेना की कार्रवाई के बाद वो भागने लगे।” इसमें डॉन ने आगे यह भी लिखा है कि “घुसपैठ पर नई दिल्ली की ओर से कोई भी प्रतिक्रिया नहीं आई है। पाकिस्तान सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने तुरंत कार्रवाई की है। बालाकोट पर बम गिराए गए हैं, कोई हताहत नहीं हुआ है।”
“भारत अधिकृत कश्मीर में 40 भारतीय जवानों पर हुए आत्मघाती हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव लगातार बना हुआ है। नई दिल्ली ने हमले का आरोप पाकिस्तान पर लगाया है। जबकि इस्लामाबाद ने आरोप को खारिज किया है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने नई दिल्ली से जांच कराने का वादा किया है, लेकिन अगर वह सबूत पेश करें तभी। लेकिन चेतावनी भी दी है कि अगर भारत हमला करता है तो पाकिस्तान भी उसका पूरा जवाब देगा। वहीं दूसरी ओर जब जैश-ए-मोहम्मद ने पुलवामा हमले की जिम्मेदारी ली, तो नई दिल्ली ने तुरंत इस्लामाबाद पर आरोप लगा दिया। और घोषणा की कि वह अंतरराष्ट्रीय समुदाय में पाकिस्तान को अलग-थलग करने के लिए एक राजनयिक कदम उठाएगा।”