जम्मू-कश्मीर के पुलवामा ज़िले में सोमवार की सुबह से सेना और चरमपंथियों के बीच मुठभेड़ अब ख़त्म हो गई है. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार इसमें 5 सुरक्षाकर्मी और 3 चरमपंथियों की मौत होने की खबर आयी है.
शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों में एक मेजर भी शामिल है. और साथ ही कई सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए जिनमें जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीआईजी अमित कुमार, सेना के एक ब्रिगेडियर और एक लेफ़्टिनेंट कर्नल के अलावा कई और सैनिक भी शम्मिलित हैं.
मारे गए चरमपंथियों की पहचान अभी होना बाकी है लेकिन सेना के सूत्रों का यह दावा है कि इस ऑपरेशन में पुलवामा हमले का मास्टर माइंड कहा जा रहा है अब्दुल राशिद गाज़ी के साथ साथ हिलाल अहमद भी मारा गया है।
पुलवामा के पिंगलेना इलाक़े में सोमवार सुबह मुठभेड़ शुरू हुई।. पुलिस सूत्रों के अनुसार सेना के 55 RR, CRPF और SOG ने एक संयुक्त ऑपरेशन शुरू किया था.
बता दें सेना को सूचना मिली थी कि इस छेत्र में चरमपंथी छुपे हुए हैं।. तभी सेना ने ऑपरेशन शुरू किया तो चरमपंथियों ने भी गोलीबारी शुरू कर दी और इसी में जवान भी शहीद हो गए.
सेना की संयुक्त टीम पिछले हफ़्ते गुरुवार को CRPF के एक काफ़िले पर हुए हमले के बाद से ही चरमपंथियों के ख़िलाफ़ ख़ोज बीन अभियान चला रही है। कुछ संदिग्ध इलाक़ों में जवानों ने चेतावनी भरी गोलीबारी की तो चरमपंथियों ने खुली गोलीबारी शुरू कर दी।
यहाँ हुई गोलीबारी में मेजर विभूति शंकर ढौंढियाल, हेड कॉन्स्टेबल सावे राम, सिपाही अजय कुमार और हरि सिंह की मौत हो गई।
जिस मकान में सभी चरमपंथी छुपे हुए थे उसका मकान मालिक भी इस घटना में मारा गया।