उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री दिवंगत नारायण दत्त तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी की मौत के मामले ने एक नया रूप ले लिया है और इसमें एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनकी अप्राकृतिक तरीके से मौत (अननैचुरल डेथ) होने की बात सामने आई है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक, रोहित की गला दबाकर हत्या की गई थी. वहीँ दिल्ली पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 302 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया है.
और रोहित शेखर तिवारी मौत की जांच कर रही क्राइम ब्रांच की टीम डिफेंस कॉलोनी स्थित उनके घर पहुंच गई है और यहां टीम रोहित की मां उज्ज्वला तिवारी, पत्नी और उनके ससुर से पूछताछ कर रही है.
आपको मालूम हो कि रोहित शेखर का मंगलवार (16 अप्रैल) को दिल्ली के मैक्स अस्पताल में निधन हो गया था और वहीं, नारायण दत्त तिवारी के बेटे कहलाने के लिए रोहित शेखर को लंबे समय तक कानूनी संघर्ष भी करना पड़ा था. रोहित शेखर ने दावा किया था कि एनडी तिवारी उनके जैविक पिता हैं और इसे साबित करने के लिए उन्होंने साल 2008 में कोर्ट में मुकदमा दायर किया था, जिस पर कोर्ट ने उनके पिता को डीएनए टेस्ट कराने का आदेश दिया था.
पहले तो एनडी तिवारी ने डीएनए टेस्ट के लिए सैंपल देने से मना कर दिया था लेकिन कोर्ट के दबाव के बाद में ND तिवारी इसके लिए तैयार हुए. साल 2012 में दिल्ली हाईकोर्ट ने तिवारी की डीएनए रिपोर्ट के रिजल्ट की घोषणा करते हुए कहा था कि, नारायण दत्त तिवारी दिल्ली निवासी रोहित शेखर के बायोलॉजिकल पिता हैं.