मुजफ्फरनगर, 15 जुलाई 2021। दो दिनों से लगातार हुई बारिश के बाद मच्छरों के बढ़ने की आशंका के चलते संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग ने मच्छरों से बचाव के बारे में जानकारी देना शुरू कर दिया है। जनपद में गांवों में घर-घर जाकर स्वास्थ्य विभाग की टीम लोगों को संचारी रोगों और कोरोना के प्रति जागरूक कर रहीं हैं। आशा-आंगंनबाड़ी कार्यकर्ता क्षेत्रों में जाकर जलभराव न होने देने, पूरी आस्तीन के कपड़े पहनने, अपने घरों के आस-पास साफ-सफाई रखने के संदेश दे रहीं हैं।
जिला मलेरिया अधिकारी (डीएमओ) अलका सिंह ने कहा कि संचारी रोग नियंत्रण माह व दस्तक अभियान में स्वास्थ्य विभाग के साथ नागरिकों और ग्रामीणों की भी भागीदारी जरूरी है। स्वयं सुरक्षा भी इसका अहम पहलू है। जागरूक लोग इस अभियान में सहयोग करें। उन्होंने कहा कि वैसे तो कोरोना काल में संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत लोगों को संचारी रोगों के प्रति जागरूक किया जा रहा है। लेकिन बरसात होने के चलते लोगों को स्वंय भी सावधानी बरतनी होगी। अभियान के दौरान हर रविवार मच्छर पर वार कार्यक्रम पर जेर दिया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की टीम घर-घर जाकर लोगों को बरसात में जल भराव के चलते पनपने वाले मच्छरों से बचाव की जानकारी दे रहीं हैं। आशा एवं स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं द्वारा क्षेत्र भ्रमण के दौरान लोगों को जागरूक किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मच्छरों के काटने से डेंगू-मलेरिया जैसी बीमारी फैलती हैं। इसलिए जरूरी है कि उन्हें पनपने ही नहीं दिया जाए। अपने घर और आसपास सफाई रखी जाए। कोरोना के साथ-साथ लोग मलेरिया, डेंगू से भी अपना बचाव करें।
जिला मलेरिया अधिकारी ने बताया संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत गृह भ्रमण के दौरान आशा एएनएम को कोविड प्रोटोकाल का ध्यान रखने को कहा गया है। आशा कार्यकर्ता मास्क जरूर लगाएं, हाथों को बार-बार साबुन-पानी से धोएं, कम से कम दो गज की दूरी से बात करें, घर की कुण्डी या दरवाजा न छुएं और न खटखटाएं, आवाज देकर परिवार के सदस्यों को बुलाएं व बात करें।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण कार्यक्रम के परामर्शदाता अहतिशाम खान का कहना है कि अभियान तभी सफल हो सकता है जब सभी लोग अपने स्तर से सहयोग करें, क्योंकिं संचारी रोगों से मुक्ति पाने के लिए हर वर्ग में जागरूकता की बड़ी जरूरत है।
बचाव के तरीके-
- डेंगू फैलाने वाला एडीज इजिप्टी मादा मच्छर साफ पानी में अंडे देती है, इसलिए कूलर, पानी की टंकी, गमले आदि में साफ पानी एकत्रित न होने दें।
- कूलर व पानी की टंकी सप्ताह में एक दिन रविवार को खाली कर सुखा कर दोबारा इस्तेमाल करें।
- दिन में पूरी बाजू के कपड़े व मोजे पहनें और छोटे बच्चों को मच्छरदानी में सुलाएं।
- तेज बुखार, आंखों के पीछे दर्द, बदन में चकत्ते होने की दशा में तत्काल जिला अस्पताल अथवा पास के किसी चिकित्सा केंद्र में जांच करवाएं।