मुंबई हमले में शहीद हुए एटीएस चीफ हेमंत करकरे को लेकर बीजेपी के बड़े नेता भी विवादित बयान देने से नहीं चूक रहे हैं। अब लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन भी हेमंत करकरे के भूमिका पर सवाल उठाई हैं।
सुमित्रा महाजन ने कहा, ‘उनका (हेमंत करकरे) ड्यूटी के दौरान निधन हुआ था, इसलिए उन्हें शहीद माना जाएगा।’ साथ ही उन्होंने कांग्रेस को घेरने को चक्कर में हेमंत करकरे के भूमिका पर सवाल करते हुए कहा कि, एटीएस चीफ हेमंत करकरे कांग्रेस के संरक्षण में काम कर रहे थे और वह दिग्विजय सिंह के बेहद खास थे।
सुमित्रा महाजन के इस बयान के बाद कांग्रेस के नेता दिग्विजय सिंह ने हाथों-हाथ लेते हुए हेमंत करकरे से खुद को जोड़ दिया। उन्होंने सुमित्रा महाजन के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि,’सुमित्रा ताई, मुझे गर्व है कि अशोक चक्र विजेता शहीद हेमंत करकरे के साथ आप मुझे जोड़ती हैं। आपके साथी उनका अपमान भले ही करें, मुझे गर्व है कि मैं सदैव देशहित, राष्ट्रीय एकता और अखंडता की बात करने वालों के साथ रहा हूं।’
उन्होंने यह भी कहा, ‘सुमित्रा ताई, मैं धार्मिक उन्माद फैलाने वालों के हमेशा खिलाफ रहा हूं। मुझे गर्व है कि मुख्यमंत्री रहते हुए मुझमें सिमी और बजरंगदल दोनों को बैन करने की सिफारिश करने का साहस था। मेरे लिए देश सर्वोपरि है, ओछी राजनीति नहीं।’
आपको बता दें कि साध्वी प्रज्ञा ने मालेगांव ब्लास्ट मामले में हेमंत करकरे पर विवादित बयान दिया था। और उ जब साध्वी के बयान पर चौतरफा हमले किए जाने लगे तो प्रज्ञा ठाकुर ने माफी मांग ली।