मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के एक मात्र मुस्लिम उम्मीदवार फातिमा रसूल सिद्दीकी ने कहा कि अगर साध्वी प्रज्ञा मुस्लिमों से माफी मांगे तो वे प्रज्ञा सिंह ठाकुर के लिए प्रचार करने के लिए तैयार है।
उन्होंने ने कहा कि, मैं भगवा को सम्मान देती हूं। लेकिन क्या प्रज्ञा ठाकुर हिजाब को सम्मान देती है। अगर वह हिजाब की इज्जत करती है तो उसे मुस्लिम समुदाय से माफी मांगनी चाहिए और उसके बाद मैं उसके लिए प्रचार करूंगी।
इससे पहले फातिमा ने कहा था कि, मैं उनके (प्रज्ञा सिंह ठाकुर) लिए चुनाव प्रचार नहीं कर रही हूं, क्योंकि उन्होंने धर्मयुद्ध छेड़ने जैसे बयान दिए हैं। 26/11 को मुंबई के आतंकी हमले में शहीद होने वाले पुलिस अधिकारी हेमंत करकरे के खिलाफ उनका विवादास्पद बयान भी मुझे बुरी तरह आहत कर गया।
उन्होंने कहा था कि, धर्मयुद्ध और करकरे के खिलाफ प्रज्ञा का बयान मेरे समुदाय में भी अच्छा नहीं रहा है। फातिमा ने कहा, उनके बयान से पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की छवि खराब हुई है, जिनका मुसलमानों से अच्छा संपर्क है। चौहान गंगा जमुनी तहज़ीब (धर्मनिरपेक्ष संस्कृति) के एक मजबूत समर्थक हैं।
उन से जब पूछा गया कि क्या आप पार्टी के फैसले से नाराज़ हैं तो उन्होंने कहा कि, मैं पार्टी से नहीं मैडम जी(प्रज्ञा ठाकुर) से नाराज़ हूं। मैं उनके लोगों को उकसाने वाली बातों से खूश नहीं हूं।
बीजेपी ने उन्हें मुस्लिम बहुल विधानसभा सीट भोपाल उत्तर से कांग्रेस के कद्दावर नेता आरिफ अकील को शिकस्त देने के इरादे से नवंबर 2018 में ही पार्टी में शामिल करके बीजेपी का उम्मीदवार बनाया था। फातिमा के पक्ष में अच्छी संख्या में मुस्लिम महिलाओं के प्रचार में शामिल होने के बावजूद वह यह चुनाव अकील से 34,857 मतों के अंतर से हार गईं।