लखनऊ। योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल के विस्तार पर सियासत तेज हो गई है। विपक्ष के नेताओं में पूर्व मुख्यमंत्री व सपा प्रमुख अखिलेश यादव और बसपा प्रमुख मायावती ने जब योगी सरकार पर ट्वीट करके कटाक्ष किया तो भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव सिंह ने करारा पलटवार किया है। उन्होंने अखिलेश यादव का नाम लिए बगैर ट्वीट करके कहा कि भाई, भतीजा, चाचा को मंत्रालय बांट कर जो लोग लूटने की रणनीति बनाते थे। आज उन्हें योगी सरकार का नया मंत्रिमंडल खटक रहा है।
वहीं उत्तर प्रदेश उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने ट्वीट करके नए मंत्रियों को शुभकामनाएं दी। उन्होंने लिखा है कि उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रिमंडल विस्तार में शपथ ग्रहण करने वाले सभी माननीय मंत्री गणों को हार्दिक बधाई एवं उज्ज्वल कार्यकाल की शुभकामनाएं। निश्चित ही आपके सहयोग एवं कार्य शैली से उत्तर प्रदेश के सतत विकास को और अधिक बल मिलेगा।
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने ट्वीट कर कहा कि उप्र की भाजपा सरकार का मंत्रिमंडल विस्तार भी एक छलावा है। साढ़े चार साल जिनका हक़ मारा आज उनको प्रतिनिधित्व देने का नाटक रचा जा रहा है। जब तक नये मंत्रियों के नामों की पट्टी का रंग सूखेगा तब तक तो 2022 चुनाव की आचार संहिता लागू हो जाएगी। भाजपाई नाटक का समापन अंक शुरू हो गया है।
बसपा अध्यक्ष मायावती ने कहा अभी हाल ही में दिनांक 22 सितम्बर 2021 को गुर्जर सम्राट मिहिर भोज की दादरी में यू.पी. सरकार द्वारा लगाई गई प्रतिमा का मुख्यमंत्री ने गुर्जर शब्द के हटी हुई स्थिति में जो उसका अनावरण किया है। उससे गुर्जर समाज की भावनाओं को जबरदस्त ठेस पहुंची है तथा वे काफी दुःखी व आहत हैं।
मायावती आगे लिखती हैं कि इतना ही नहीं बल्कि गुर्जर समाज के इतिहास के साथ ऐसी छेड़छाड़ करना अति-निन्दनीय तथा सरकार इसके लिए माफी मांगे व साथ ही प्रतिमा में इस शब्द को तुरन्त जुड़वाये, बी.एस.पी. की यह मांग। बसपा अध्यक्ष के बयान को मध्य मंडल विस्तार से जोड़कर देखा जा रहा है।