

16 August-2019 स्थान – मंगलौर
किसानों की समस्याओ को लेकर आज मंगलौर की गुड़ मंडी में भारतीय किसान यूनियन (तोमर) द्वारा एक महापंचायत की गई , जिस पंचायत के माध्यम से उत्तराखण्ड सरकार के समक्ष 4 सूत्रीय मांग रखी गई ।
आपको बता दे कि ट्रैक्टर ट्राली से हजारों की संख्या में किसान आज मंगलौर की गुड़ मंडी पहुंचे और अपनी मांगों के लेकर महापंचायत की । भारतीय किसान यूनियन (तोमर) द्वारा किसानों की मुख्य मांग,गन्ने का सम्पूर्ण भुगतान, गन्ना समितियों द्वारा ऑन लाइन पर्चियों की व्यवस्था, और जिन किसानों की आयु 60 वर्ष से अधिक है , उन्हें 5000 रुपये प्रति माह पेंशन के रूप में दिया जाए, ओर गन्ने का समर्थन मूल्य 400 रुपये प्रति कुंतल किया जाए ।
आज भारत देश का किसान मजबूर क्यों है इस पर सवाल बनता है।
आखिर कब तक किसान इस तरह से सड़कों पर धरने देता रहेगा।
अब इसमें किसान छोटा हो या बड़ा मजबूर तो दोनों ही है क्योंकि छोटा किसान बड़े किसान पर टिका हुआ है और बड़ा किसान छोटे किसान पर टिकता है।
अगर बड़े किसान का गन्ने का भुगतान समय पर नहीं हो पाता तो वह छोटे किसान को मजदूरी कहाँ से देगा जो उसके खेतों में मजदूरी करते हैं।
भारतीय सरकार को यह सोचना चाहिए और इस पर कोई फैसला जल्द ही लेना चाहिए नहीं तो किसान आत्महत्या करने पर मजबूर है।
और यह समस्या केवल मंगलोर गुरुकुल नारसन की ही नहीं अपितु पूरे उत्तराखंड और यूपी के अंदर भी चल रही है। यह समस्या जाति बिरादरी की नहीं बल्कि किसान की है किसान जात विरादरी से परे है । किसी भी धर्म या जाति का हो किसान तो किसान है।
किसानों को उसकी फसल के उचित दाम मिलने चाहिए। और गन्ना मिलों को समय पर किसान का भुगतान कर देना चाहिए।
सोनू कुमार

