प्रज्ञा सिंह ठाकुर के बाद मालेगांव ब्लास्ट के एक और आरोपी मेजर रमेश उपाध्याय ने उत्तर प्रदेश के बलिया सीट से अपना पर्चा भरा।
अखिल भारतीय हिन्दू महासभा से अपना नामांकन दाखिल करने के बाद रमेश ने शहीद हेमंत को नालायक बताते हुए ज़हर भी उगला।
उन्होंने कहा कि कोई भी पुलिसकर्मी कहीं भी मरे वह शहीद नहीं कहलाता है। शहीद केवल स्वतंत्रता सेनानी और सैनिक होते हैं। पुलिसवाला कभी शहीद नहीं होता है।
उन्होंने कहा, ‘हेमंत करकरे आतंकवादियों के हाथों मारे गए, यह उनकी नालायकी का सबसे बड़ा सबूत है। हेमंत करकरे ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को नंगा करके पीटा। हम सभी को टॉर्चर किया। 12 में से 11 अभियुक्त ठीक से चल नहीं सकते हैं। प्रज्ञा सिंह ठाकुर वीलचेयर पर चलती हैं। इसका सबूत है हेमंत करकरे ने उन्हें बहुत टॉर्चर किया था।’
इन दो आरोपियों के अलावा मालेगांव ब्लास्ट का एक अन्य आरोपी सुधाकर चतुर्वेदी ने भी यूपी के मिर्जापुर से निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में अपना पर्चा भरा। प्रज्ञा ठाकुर के साथ-साथ दोनों उम्मीदवार के खिलाफ आतंकवाद और कई क्रिमनल केस दर्ज है और तीनों ज़मानत पर बाहर हैं।