समाजवादी पार्टी के दर्जनों कार्यकर्ता जिलाध्यक्ष युवजन सभा रह चुके शमशेर मलिक के नेतृत्व में हिंदुस्तान जिंदाबाद और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचे तथा वहां पहुंचकर उन्होंने पुलवामा में शहीद हुए सैनिकों के बलिदान का बदला लेने के लिए बिना वेतन भारतीय सेना में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री के नाम एक ज्ञापन सौंपा। इस दौरान समाजवादी युवजन सभा के पूर्व जिलाध्यक्ष शमशेर मलिक ने कहा 14 फरवरी 2019 को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आतंकी हमले से पूरे देश में गम और गुस्से का माहौल है और देश का हर नौजवान आतंकियों से शहीद सैनिकों के बलिदान का बदला लेना चाहता है। इसलिए हम समाजवादी नौजवान प्रधानमंत्री जी से ज्ञापन के माध्यम से बिना वेतन भारतीय सेना में शामिल करने की मांग कर रहे हैं। ताकि हम शहीद सैनिकों के बलिदान का बदला ले सके और देश की सेवा कर सके।
उन्होंने अपना गुस्सा दिखाते हुए यह भी कहा कि सेना पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। पूरा देश सेना के साथ खड़ा है। और मैं भारत सरकार से मांग करता हूं कि एक बार सेना में शामिल कर मुझे एक मौका दो, मैं खुद अपने बम बांधकर आतंकियों के बीच कूदने को तैयार हूं।
बता दें सर्जिकल स्ट्राइक के समय शमशेर मलिक एक बार पहले भी सुर्खियों में रह चुके हैं। जिसमें उन्होंने सर्जिकल स्ट्राइक का श्रेय मुलायम सिंह यादव को दिया था।
इस दौरान सेना में शामिल होने की मांग करने वालों में शमशेर मलिक के साथ राशिद मलिक, दीपक कुमार, शाहजेब सिद्दीकी, शहजाद राणा, वसीम राणा, टीटू पाल रमन, नादिर आलम, नदीम मलिक, सलमान त्यागी, सारिक कुरेशी, मोo सुलेमान, वकील अहमद, इस्तकार अहमद आदि शामिल रहे।