दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने देश में लॉकडाउन को लेकर रिजर्व बैक ऑफ इंडिया के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन से फोन पर बातचीन की। राहुल गांधी ने भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर चिंता व्यक्त की। भारत की जीडीपी की रफ्तार थम गई है जिसका अर्थव्यवस्था पर बहुत ही बुरा असर पड़ेगा। इस पर आरबीआई के पूर्व गवर्नर ने कहा कि इस समय गरीबों की मदद करना जरूरी है। जिसके लिए सरकार के लगभग 65 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे।
गरीबों की मदद के लिए चाहिए 65 करोड़ रुपए
बातचीत के दौरान राहुल ने रघुराम से पूछा कि गरीबों की मदद करने के लिए कितना पैसा लगेगा। जिसके जवाब में उन्होंने कहा कि तकरीबन 65 हजार करोड़ रुपए। हमारा जीडीपी दो लाख करोड़ की है। यह ज्यादा नहीं है। हम ऐसा कर सकते हैं।
शक्तिहीन लोगों को शक्तिशाली नेता अच्छा लगता है: राजन
आपको बता दें कि रघुराम ने कहा कि वैश्विक मंच पर भारत एक बड़ी भूमिका निभा सकता है। भारत नए वर्ल्ड ऑर्डर में अपना स्थान बना सकता है। शक्तिहीन लोगों को शक्तिशाली नेता अच्छा लगता है। हम विभाजित समाज के साथ कहीं नहीं पहुंच सकते। उन्होंने कहा कि आज हमें स्वास्थ्य, नौकरी के लिए अच्छी व्यवस्था करने की आवश्यकता है। वैश्विक स्तर पर अर्थव्यवस्था को लेकर उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि वैश्विक आर्थिक प्रणाली में कुछ गलत है। लोगों के पास नौकरी नहीं है। आय का असमान वितरण हो रहा है।