2017 में पूर्व सीएम एनडी तिवारी के बेटे रोहित शेखर तिवारी और अपूर्वा की लव स्टोरी को मंजिल मिल गई थी, और दोनों की दिल्ली के अशोका होटल में बड़ी धूमधाम से शादी हुई थी बताया जाता है कि इस शादी में कई बड़ी राजनीतिक हस्तियां शामिल हुईं थी. लेकिन उस वक्त किसी को क्या मालूम था कि इस लव स्टोरी का शादी के दो साल बाद ही ख़ौफ़नाक खूनी अंत होगा? और इसका इल्जाम भी किसी और पर नहीं बल्कि रोहित की प्रेमिका अपूर्वा जो अब बाद में उनकी पत्नी बनी, पर लगेगा. रोहित शेखर मर्डर केस में पुलिस ने उनकी पत्नी अपूर्वा को गिरफ्तार कर लिया है और पुलिस दावा कर रही है कि अपूर्वा ने हत्या की बात कबूल कर ली है और पुलिस के दावे के अनुसार, “अपूर्वा ने ये भी माना है कि उसने रोहित कि हत्या को अकेले ही अंजाम दिया था.”


अपूर्वा मूल रूप से इंदौर की रहने वाली हैं और उनकी और पूर्व सीएम एनडी तिवारी के बेटे रोहित की मुलाकात दिल्ली में हुई थी. आपको मालूम हो, दोनों पेशे से वकील थे इसलिए देखते देखते दोनों के बीच नजदीकियां बढ़ने लगी. कहा जाता है कि इसी दौरान दोनों करीब एक साल तक लिव इन रिलेशनशिप में भी रहे और उसके बाद दोनों ने शादी का फैसला किया और दोनों की शादी दिल्ली के अशोका होटल में हुई. एनडी तिवारी के बेटे होने की वजह से रोहित शेखर तिवारी की शादी में कई सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत जैसी कई बड़ी राजनीतिक हस्तियां भी शामिल हुई थीं.


शादी के बाद से ही शुरू हो गई थी लड़ाई
रोहित की माँ के अनुसार शादी के बाद से ही दोनों के बीच नोंक-झोंक होने लगी थी. स्व. एनडी तिवारी की पत्नी और रोहित शेखर की मां उज्जवला ने कहा था कि उनके बेटे और बहू अपूर्वा के बीच रिश्ते अच्छे नहीं थे और वहीँ पुलिस पूछताछ में अपूर्वा ने रोहित की मां उज्जवला के दावे पर मुहर लगा दी. अपूर्वा ने यह खुद भी बताया है कि दोनों पति-पत्नी के बीच रिश्ते ठीक नहीं थे. यहां तक कि दोनों के बीच होने वाली लड़ाईयां इतनी बढ़ गईं कि अपूर्वा ने घर छोड़ने का फैसला तक कर लिया था।
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इस मामले की जांच कर रहे अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राजीव रंजन ने बताया, “सबूतों और एफएसएल रिपोर्ट की मदद से हमने अपूर्वा को गिरफ्तार किया, उसने अपने पति की हत्या करने की बात को स्वीकार की है और मामले की शुरुआत में अपूर्वा ने क्राइम ब्रांच की टीम को भटकाने की कोशिश की थी लेकिन बाद में उसने कबूल किया कि 16 अप्रैल को रोहित के कमरे में घुसकर उसने वारदात को अंजाम दिया, बाद में सबूतों को मिटा दिया. मर्डर से लेकर सबूत मिटाने का काम अपूर्वा ने महज डेढ़ घंटे के भीतर भीतर कर दिया.”
दोनों में तलाक की बात भी चल रही थी
एनडी तिवारी के परिवार की करीबी रही दीपा जोशी ने भी दावा किया है कि, रोहित शेखर और उनकी पत्नी अपूर्वा का आपस में विवाद इतना बढ़ गया था कि, दोनों तलाक़ लेना चाह रहे थे और दोनों के बीच तलाक की बात भी चल रही थी. लेकिन 30 मार्च को अपूर्वा दोबारा रोहित के घर आ गई थी आगे एनडी तिवारी परिवार की करीबी दीपा जोशी ने यह भी दावा किया है कि, रोहित के अस्थि विसर्जन कार्यक्रम में रोहित की मां और पत्नी का विवाद हुआ था. दीपा जोशी ने कहा कि, तब उन्होंने मामले को शांत कराया था.
आखिर क्या हुआ था 16 अप्रैल की रात
रोहित शेखर तिवारी 11 अप्रैल को वोट देने उत्तराखंड में अपने गांव गए थे, जहां से वो 15 अप्रैल को दिल्ली वापस लौटे थे और दूसरे दिन 16 अप्रैल को रोहित की मां उज्जवला के पास फोन आया कि रोहित की तबीयत खराब है. उज्जवला एम्बुलेंस लेकर डिफेंस कॉलोनी के घर आई तो उन्होंने देखा कि, शेखर एक गाड़ी में लेटा हुआ है और घर के नीचे अपूर्वा वहां मौजूद है. तब रोहित शेखर को मैक्स अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया और इस तरह एक लव स्टोरी का ख़ूनी अंत हुआ।