मेरठ। कोरोना की तीसरी लहर से निपटने की तैयारी तेज हो गई है। शुक्रवार को लखनऊ से आई मेडिकल टीम ने मेरठ के अस्पतालों में मॉक ड्रिल करके तैयारियां परखी। इस दौरान डॉक्टरों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए।
कोरोना से निपटने के लिए अस्पतालों में तैयारियों को परखा जा रहा है। लखनऊ से विशेषज्ञों की टीमें जिलों में जाकर कोविड सेंटरों के इंतजाम की पड़ताल कर रही है। शुक्रवार को लखनऊ से आई टीम और विश्व स्वास्थ्य संगठन के अधिकारियों ने कोविड सेंटरों पर मॉक ड्रिल की। एलएलआरएम मेडिकल कॉलेज में 110 बेड के पीडियाट्रिक वार्ड के मानकों को परखा गया। यह वार्ड मानकों पर खरा उतरा। यहां पर मरीज को केवल 10 मिनट में भर्ती कर लिया गया। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ. ज्ञानेंद्र कुमार, मंडलीय सर्विलांस अधिकारी डॉ. अशोक तालियान, बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ. विजय जायसवाल ने मॉक ड्रिक में भाग लिया। इसके अलावा लखनऊ की टीम ने प्यारेलाल शर्मा जिला अस्पताल, सरधना सीएचसी, मवाना सीएचसी, परीक्षितगढ़ सीएची के पीकू वार्ड की पड़ताल हुई। जिलाधिकारी के. बालाजी और एडीएम नगर अजय तिवारी ने भी कई केंद्रों का निरीक्षण किया।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. अखिलेश मोहन ने बताया कि मेरठ में सभी कोविड केंद्रों पर ऑक्सीजन प्लांट से आपूर्ति, वेंटीलेटर आदि सुविधाओं को परखा जा रहा है।