फर्रुखाबाद। फतेहगढ़ चौराहे पर 30 साल पुरानी वेल्डिंग की दुकान जो कैंटोनमेंट एरिया में आती है। उसके बगल में अनलीगल तरीके से प्राइमरी स्कूल चल रहा है। उसकी शिकायत हुई तो लखनऊ से कोई बाबू या बाबू से ऊपर का कोई कर्मचारी आया और स्कूल वालों से पैसा लेकर उन पर तो कोई कार्यवाही नहीं की। बल्कि यूनुस अंसारी की दुकान गिराने की धमकी देने लगे।
पीड़ित ने कहा कैंटोंमेंट से कोई सूचना नहीं है। अगर दुकान अन लीगल है तो मुझे सूचना देनी चाहिए थी। सफाई का टाइम देना चाहिए था। लेकिन वह कुछ भी मानने को तैयार नहीं हुए आनन-फानन मेरे सामने ही मेरे बंद दुकान पर एक नोटिस चस्पा कर दिया। पुलिस में एफआईआर कराने की धमकी देने लगे। यूनुस तुरंत कैंटोंमेंट गए वहां पता किया तो पाया वहां कोई सूचना नहीं है। जबकि दूसरे जनपद की पुलिस भी दूसरे जनपद में जाती हैं तो सूचना देती है। लेकिन यह रिश्वत के नशे में इतने अंधे हो गए की कानूनी प्रक्रिया को ताकत रखते हुए मुझे अपमानित किया। धमकी दिया सामाजिक प्रतिष्ठा धूल में मिला दूंगा। कोतवाल जेपी पाल ने बताया कि उन्हें इस मामले की कोई जानकारी नही है।