अयोध्या। डॉ. राममनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय संत कबीर सभागार में विश्व पर्यटन दिवस पर एम0बी0ए0 विभाग द्वारा ‘समावेशी विकास के लिए पर्यटन’ विषय पर व्याख्यान का सोमवार को आयोजन किया गया।
व्याख्यान को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि नगर आयुक्त विशाल सिंह ने कहा कि आज के समय में व्यवस्थित पर्यटन की मांग बढ़ी है। पर्यटन उद्योग को आगे आने के साथ इस क्षेत्र से जुडे लोगों को जोड़ने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि पर्यटन में सामाजिक, सांस्कृतिक, राजनीतिक और आर्थिक मूल्यों के बारे में अन्तर्राष्ट्रीय समुदाय के बीच जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए प्रत्येक 27 सितम्बर को विश्व पर्यटन दिवस मनाया जाता है। उन्होंने कहा कि अयोध्या अध्यात्मिक पर्यटन नगरी के रूप में विकसित हो रहा है। आने वाले वर्षों में वैश्विक पटल पर प्रमुख पर्यटन नगरी होगी। इतने पर्यटक अयोध्या आने वाले हैं जिसकी आप कल्पना नहीं कर सकते। इन पर्यटकों को सम्भालने के लिए प्रोफेशनल लोगों की आवश्यकता होगी। मुझे विश्वास है एमबीए विभाग पर्यटन की मांग को पूरा करने में सक्षम है। उन्होंने अंत में कहा निगम और प्राधिकरण मिलकर अयोध्या का नया रूप देने के लिए प्रयासरत है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. रविशंकर सिंह ने अपने शुभकामना सन्देश में कहा कि पर्यटन वर्तमान में एक आवश्यकता बन गई है। कोविड की मार झेलने के बाद यह उद्योग फिर से खड़ा होने को तैयार है। इस उद्योग को कोई भी आपदा प्रभावित नहीं कर सकती।
कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि राजेन्द्र प्रसाद, उप निदेशक, उ0प्र0 पर्यटन, अयोध्या ने कहा कि अब वह समय है कि हमें अर्न्तराष्ट्रीय पर्यटन पर ही निर्भर न रहकर हमें घरेलू पर्यटन पर ध्यान देना होगा, जिससे समाकेतिक विकास होगा और वहां के स्थानीय लोगों को रोजगार भी प्राप्त होगा। अयोध्या अध्यात्मिक पर्यटन नगरी के रूप में बहुत बड़ा केन्द्र होने वाला है, जिससे अयोध्या के लोगों को रोजगार प्राप्त होगा। पर्यटन के छात्रों को जरूरत है कि वह अपनी पढ़ाई केवल सैद्धांतिक न रखते हुए उद्योग के लोगों के साथ समय-समय पर प्रशिक्षण प्राप्त करते रहें जिससे आपको वर्तमान में उद्योग की मांग के अनुरूप अपने आपको तैयार कर सकेगें। आज आपके लिए कितने सौभाग्य का विषय हैं प्रदेश के कई प्रमुख ट्रैवेल एजेण्ट आपके पास आयें हैं, इनकी बातें पर आप ध्यान दें और अपने आप को तैयार करें।
उ0प्र0 ट्रैवेल एजेन्ट ऐसोसिएशन के चेयरमैन विवेक पाण्डेय ने अपने सम्बोधन में कहा कि आज विश्वविद्यालय आकर मेरा पूरा ग्रुप गौरवान्वित महसूस कर रहा है। उन्होंने कहा आज मेरे साथ विभिन्न जिलों के प्रमुख ट्रैवेल एजेन्ट आये हैं, आज एम0बी0ए0 (टूरिज्म) के छात्रों से मिलेगें और उनके साथ अयोध्या को नजदीक से देखेंगें। क्योंकि आने वाले वर्षों में अयोध्या पर्यटन का प्रमुख केन्द्र होगा और अधिक मात्रा में रोजगार उपलब्ध होगा। कोविड-19 ने पर्यटन पर बहुत ही प्रभाव डाला, लेकिन इस पीरियड में पर्यटन उद्योग ने कई नई सम्भावनाओं पर कार्य किया और नये नये डेस्टिनेशन की तलाश की। अब पर्यटन का स्वरूप बदल गया है, जिसके लिए अत्याधिक प्रशिक्षित युवाओं की आवश्यकता भी होगी।
प्रो. हिमांशु शेखर सिंह ने कहा कि 27 सितम्बर को सम्पूर्ण विश्व पर्यटन दिवस मनाता है, इस दिन को मनाने का उद्देश्य है कि पर्यटन के प्रति लोगों को जागरूक करना। इस वर्ष विश्व पर्यटन संस्थान ने घ्समावेशी विकास के लिए पर्यटन थीम दिया, उस थीम पर आज व्याख्यान कराने का अवसर विभाग को प्राप्त हुआ।