

दिनांक 25सितंबर 2019 को सुबह11 बजे सुनीता नाम की महिला अपनी 15 दिन की बच्ची को टीकाकरण के लिए सरकारी अस्पताल में लेकर आई जहां परसुनीता डॉक्टर रामकरण से मिली डॉक्टर रामकरण ने सुुनिता को बताया कि तुम्हारी तुम्हारी बच्ची को दस्त और बुखार भी है ,शरीर में कमजोरी के कारण डॉक्टर ने बच्ची को गुल गोज लगा दिया। तेज बुखार होने के कारण बच्ची की मौत हो गई। वहीं डॉक्टर राम करण का कहना है कि बच्ची को कोई जन्मजात बीमारी हो सकती है जिससे उसकी मौत हुई है।
जबकि सुनीता का कहना है कि डॉक्टर ने उससे 1500 रुपये मांगे सुनीता पंद्रह सौ रुपये लेने के लिए अपने घर पहुंची जब सुनीता घर से वापस अस्पताल पहुंची तो उसकी बच्ची की मौत हो चुकी थी। सुनीता ने बच्ची की मौत का कारण डॉक्टर को ठहराया है और डॉक्टर पर आरोप लगाया है कि डॉक्टर ने मेरी बच्ची की जान ली है। सुनीता ने सरकार से गुहार लगाई कि उसे न्याय मिलना चाहिए और डॉक्टर के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। आपको बता दें कि देखा जाए कि अगर बच्चे को बुखार था डॉक्टर ने ग्लूकोज लगाया तो इसी कारण से भी हो सकता है कि बच्ची की जान गई हो यह तो पोस्टमार्टम के बाद ही पता चलेगा। अभी पुलिस ने बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

