सेल्फ मोटीवेशन और सही रणनीतिक योजना से असफल एस्पायरेंट भी क्रैक कर सकते हैं जेईई 2020 की परीक्षा
जेईई 2020 में सफलता के लिए जरूरी पॉइन्ट्स
जेईई एडवांस के परिणाम हाल ही में घोषित किए गए थे जिसके अनुसार, 10 लाख से अधिक उम्मीदवार जेईई की परीक्षा को पार करने में विफल रहे हैं। एक परीक्षा को क्रैक करने के लिए हर उम्मीदवार के पास 2 अवसर होते हैं, उन उम्मीदवारों के लिए यह एक अच्छा मौका है जो पहले प्रयास में सफल नहीं हो सके।
पहले प्रयास में जेईई में सफलता नहीं प्राप्त कर पाने का अर्थ यह नहीं है कि आप अपना सपना पूरा नहीं कर सकते हैं। छात्र अपनी पहली असफलता के बाद आत्मविश्वास खो देते हैं, लेकिन उन्हें यह स्वीकार करने और समझने की जरूरत है कि जेईई में अच्छी रैंकिंग उनकी बुद्धिमत्ता का फैसला करने के लिए नहीं होती है, बल्कि इससे उन्हें बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रेरित होना चाहिए और अपने सपने की और आगे बढ़ जाना चाहिए।
फिटजी के जेईई विशेषज्ञ, श्री रमेश बाटलिश ने बताया कि, “दूसरे अवसर के साथ आपको एक प्रतिष्ठित संस्थान में शामिल होने की सलाह दी जाती है जो आपकी समस्याओं को समझने के साथ आपकी सफलता में आपकी सहायता करता है और आपको आपकी क्षमता का एहसास दिलाता है। सर्वश्रेष्ठ अध्ययन सामग्री, एक्सपर्ट फैकल्टी, जेईई स्तर के कई परीक्षणों (अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित) की उपलब्धता के साथ, एस्पायरेंट समय≤ पर अपने रैंक पोटेंशियल इंडेक्स (आरपीआई) को परख सकते हैं। एक अच्छा संस्थान सिर्फ अध्ययन सामग्री पर ही ध्यान नहीं देता है बल्कि सभी विषयों पर छात्रों के कॉन्सेप्ट को क्लियर करने पर भी ध्यान केंद्रित करता है।”
अधिकांश एस्पायरेंट बड़े उत्साह के साथ तैयारी शुरू करते हैं और शुरुआत में कोई कसर नहीं छोड़ते हैं, लेकिन उचित मार्गदर्शन न मिलने के कारण वे अंतिम समय में हार मान लेते हैं। इस तरह के डी-मोटीवेशन को दूर करने के लिए, उम्मीदवारों को उन सभी कारणों को लिखना चाहिए जो उनके सपने को पूरा करने में बाधा डाल रहे हों। यह सभी एस्पायरेंट्स को याद दिलाता रहेगा कि उन्हें तैयारी के साथ-साथ किन किन चीजों पर बारीकी से काम करने की जरूरत है।
हालांकि, आईआईटी के अलावा कई अन्य विकल्प भी उपलब्ध हैं लेकिन नकारात्मक विचारों को दूर करके और खुद को प्रेरित करते हुए एक नई शुरुआत आपके प्रयासों को सफलता दिला सकती है।