इंडियन आर्मी को हिमालय में येति यानि हिम मानव के पैरों के निशान मिले। जिसकी कुछ तस्वीरें सेना ने अपने आॅफिशियल ट्वीटर हैंडल से शेयर किए। जिसमें बड़े-बड़े पांव के निशान देखे जा रहे हैं।
सेना की तरफ से जारी ट्वीट में कहा गया है, “पहली बार भारतीय सेना की पर्वतारोहण टीम ने 9 अप्रैल 2019 को मकालू बेस कैंप के नजदीक 32×15 इंच वाले हिममानव ‘येति’ के रहस्यमय पैरों के निशान देखे हैं। यह मायावी हिममानव इससे पहले केवल मकालू-बरून नेशनल पार्क में देखा गया था।”


क्या होता है येति?
येति के बारे में कहा जाता है कि यह हिम का बना विशाल मानव होता है, जिसके पूरे शरीर में बाल होते हैं और वह इंसानों की तरह चलता है। हालांकि कई वैज्ञानिकों का मानना है कि येति एक विशालकाय जीव है, जो बंदर की तरह दिखता है लेकिन इंसानों की तरह दो पैरों पर चल सकता है।
येति हिमालयी सभ्यता के हिस्से जैसे हैं। लेकिन जब 1951 में ब्रिटिश खोजी एरिक शिप्टन माउंट एवरेस्ट पर जाने के लिए प्रचलित रास्ते से अलग एक रास्ते की तलाश कर रहे थे तो उन्हें बहुत बड़े-बड़े पैरों के निशान दिखे। उन्होंने इन निशानों की तस्वीरें ले लीं। और यहीं से शुरु हुई, आधुनिक युग में येति के रहस्य की चर्चा।
एरिक ने ये तस्वीरें पश्चिमी एवरेस्ट के मेन लोंग ग्लेशियर पर खींची थीं। पैरों के ये निशान करीब 13 इंच लंबे थे और इसे अब तक हिमालय पर ली गई तस्वीरों में सबसे रोचक तस्वीरों में गिना जाता है (हालांकि अभी भारतीय सेना ने जिन पैरों के निशान देखे हैं वे इससे कहीं ज्यादा बड़े हैं)। इसके बाद यह उस दौर का इतना बड़ा मुद्दा बना कि नेपाल की सरकार ने येति खोज के लिए 1950 के दशक में लाइसेंस जारी किए।