मुज़फ्फरनगर : उत्तर प्रदेश के जनपद मुज़फ्फरनगर के एक प्राइवेट हॉस्पिटल से बेहद हैरान कर देने वाली तश्वीरे सामने आई है। जंहा आपातकालीन समय में मरीजों को स्ट्रेचर नहीं मिलता वंही इन दिनों मरीजों के स्ट्रेचर पर मिटटी ढ़ोने का काम किया जा रहा है।
ये नजारा है मुज़फ्फरनगर के प्राइवेट मिनोचा नरसिंघ होम का जंहा भगवान डॉक्टरो पर सबसे ज्यादा भरोसा किया जाता है। लोग अपने मरीजो को डॉक्टर्स के भरोसे छोड़ देते है लेकिन जब आपको पता चले कि वही भरोसेमंद डॉक्टर मरीज़ को ले जाने वाले स्ट्रेचर पर मिट्टी ढुलवाते है तो आप यकीन नहीं अफसोस करोगे। जी हां ऐसा ही एक मामला मेरठ रोड़ पर स्थित डीएम आवास के निकट मिनोचा नर्सिंग होम का सामने आया हैं। मिनोचा नर्सिंग होम के स्टाफ द्वारा मरीजो को ले जाने वाले स्ट्रेचर पर मिट्टी ढो रहे थे। मिट्टी ढोने वाले लोगो से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि वे हॉस्पिटल के स्टाफ में से है और हॉस्पिटल के बगीचे में मिट्टी डाल रहे हैं। हैरानी की बात यह है कि जिस स्ट्रेचर पर गम्भीर मरीजो को ले जाया जाता है, उस पर मिट्टी ढोना अस्पताल की सफाई/स्वास्थ्य व्यवस्था पर प्रश्नचिन्ह लगाता है। सवाल यह है कि क्या जिस जगह पर मिट्टी पड़ी हो वहां पर डॉक्टर या हॉस्पिटल का स्टाफ बैठ सकता हैं? यदि नहीं तो फिर मरीजो के लेटने वाले स्ट्रेचर पर मिट्टी ढोते हुए ये ख्याल क्यो नहीं आया। यह बात देखने के लिए छोटी हो सकती है, लेकिन सोचने में बहुत बड़ी लगती है क्योंकि हम सिर्फ वही सोचते है जिससे हमें मतलब होता हैं। यदि हम इस पर बैठते या लेटते तो बुरा लगता, लेटेंगे तो दूसरे, ये सोचकर कोई फर्क नहीं पड़ता। बहरहाल इस हॉस्पिटल का ये मामला हॉस्पिटल की सफाई व्यवस्था पर सवाल खड़ा करता है। अफसोस की बात यह है कि इस हॉस्पिटल के स्टाफ की हठधर्मी तो देखो कैमरे के सामने स्वयं आकर बोलता है कि हां हम मिट्टी ढो रहे है। ये जब है तब ये हॉस्पिटल गरीबो के लिए भी ढिलाई नही करते, फीस पूरी वसूलते हैं। सीएमओ के सीयूजी नम्बर पर कई बार ट्राई किया लेकिन उनका फोन नहीं लगा। इस पुरे मामले में जंहा मिनोचा हॉस्पिटल के प्रबन्धक डॉक्टर विनीत मिनोचा कैमरे पर आने को तैयार नहीं है वंही मुज़फ्फरनगर के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी महावीर सिंह फौजदार भी कुछ भी बोलने से कतरा रहे है।