यदि आप कम निवेश – investment में शुरू होने वाले किसी व्यापार – Business के बारे में सोच रहे हैं तो जूट के बैग बनाने की यूनिट लगाना आपके लिए बेहतर विकल्प हो सकता है क्योंकि केई एक्सपर्ट्स का मानना है कि देश के कई राज्यों में प्लास्टिक पर बैन के बाद जूट के बैग की मांग तेजी से बढ़ रही है तो ऐसे में कम निवेश में जूट का बैग बनाकर आप अच्छी कमाई कर सकते हैं तो आइए जानते हैं जूट के बैग बनाने की यूनिट शुरू करने का तरीका क्या है?
कितने निवेश में शुरू होगी यूनिट- मिनिस्ट्री़ ऑफ टैक्सटाइल्स के हैंडीक्राफ्ट डिवीजन के मुताबिक, अगर आप एक जूट बैग मेकिंग यूनिट लगाना चाहते हैं तो आपको 5 सिलाई मशीन खरीदनी होंगी जिनमें 2 हैवी ड्यूटी होनी चाहिए और इन मशीनों पर आपका लगभग 90 हजार रुपए का खर्च आएगा ओर इसके अलावा आपको लगभग 1 लाख 4 हजार रुपये वर्किंग कैपिटल की जरूरत होगी जबकि अन्य खर्चों, जिसमें फिक्सड असेट, ऑपरेटिंग खर्च आदि पर लगभग 58 हजार रुपये का खर्च आएगा तो यानी कि आपके प्रोजेक्ट की कैपिटल कॉस्ट करीब 2.52 लाख रुपये आएगा.
वहीँ इस कैपिटल कॉस्ट के आधार पर आपको लोन मिलेगा और इसमें एक माह का रॉ मैटेरियल, एक माह का वेतन आदि भी शामिल है यानी इस प्रोजेक्ट पर आपको 65 फीसदी मुद्रा लोन और 25 फीसदी ब्याज मुक्त लोन नेशनल सेंटर फॉर जूट डायवर्फिकेशन (NCFD) से ले सकते हैं बाकी बचे 25 हजार रुपये का आपको खुद इंतजाम करना होगा और इतनी राशि से आपका काम शुरू हो जाएगा.


इससे कितना प्रोडक्शन होगा- अगर आप इस प्रोजेक्ट रिपोर्ट के आधार पर यूनिट लगाते हैं तो आप करीब 9 हजार शॉपिंग बैग, 6 हजार लेडीज बैग, 7500 स्कूल बैग, 9 हजार जेंट्स हैंड बैग, 6 हजार जूट बम्बू फोल्डर साल में प्रोडक्शन कर सकते हैं.
कितनी होगी इससे इनकम- आपको साल भर में रॉ मैटेरियल, सैलरी, रेंट, डेप्रिशिएसन, बैंक इंटरेस्ट आदि पर लगभग 27.95 लाख रुपये का खर्च आएगा, जबकि आपका सेल्स रेवेन्यू 32.25 लाख रुपये होगा और इस तरह आपका साल भर में ऑपरेटिंग प्रॉफिट 4.30 लाख रुपये होगा तो यानी हर महीने आपको करीब 36 हजार रुपये की बचत होगी।