देशभर में चल रहे लॉकडाउन-2 के आखिरी दिनों में रमज़ान का मुबारक महीना शुरू हो जाएगा, जिसके कारण मुस्लिमों को कुछ मुश्किलों का भी सामना करना पड़ सकता है, क्योंकि 3 मई तक के लॉकडाउन का ऐलान किया गया है। और रमज़ान 25 अप्रेल से शुरू होने वाले हैं!
लॉकडाउन-2 में रमज़ान को लेकर विश्वविख्यात दीनी मदरसे दारुल उलूम (देवबन्द) ने मुसलमानों से घरों में नमाज़ पढ़ने की अपील की है. दारुल उलूम ने रमज़ान के महीने में भी कोरोनावायरस से बचाव के लिए भारत सरकार के ज़रिए जारी की गईं हिदायात पर अमल करने की खास अपील की है और इस अपील में कहा है कि, इस लड़ाई में हम सबको मिलकर साथ लड़ना है, ताकि कोरोना जैसी ख़तरनाक माहमारी के खिलाफ हमें जीत हासिल हो सकें।




दारुल उलूम देवबंद के सदर मोहतमिम मुफ़्ती अबुल क़ासिम नौमानी ने यह भी कहा है कि, रमज़ान में भी कोरोना से बचाव के लिए मेहकमा सेहत के ज़रिए जारी हिदायात पर ज़रुर अमल करें. मकामी इंतेज़ामिया की हिदायात के मुताबिक ही अपनी नमाज़ अदा की जाए. रमज़ान के माह में कुरान करीम की तिलावत करें और तोबा अस्तग़फ़ार करते हुए मुल्क व दुनिया में अमन-ओ-चैन और खुशहाली की दुआ करें. नौमानी ने कहा कि इस आलमी महामारी का कहर मुल्कभर में लगातार बढ़ता जा रहा है. जो कि फिक्र का मौज़ू है।
मौलाना अबुल क़ासिम ने आगे यह भी कहा कि, सोशल डिस्टेंसिंग का खास ख्याल रखा जाना चाहिए और साथ ही बेवजह घर से न निकलने की अपील करते हुए कहा कि, मस्जिदों के अंदर सिर्फ 5 लोग ही जमात कर तरावीह की नमाज़ अदा करें और बाकी लोग अपने घरों में ही तरावीह की नमाज अदा करें।
आपको बता दें कि इससे पहले भी जमीयत उलेमा ए हिंद (Jamiat Ulema-e-Hind) के राष्ट्रीय अध्यक्ष मौलाना अरशद मदनी (Maulana Arshad Madni) ने भी सहारनपुर पुलिस के जरिये मुसलमानों से यह खास अपील की वीडियो जारी की थी, जिसमें उन्होंने कहा था कि रमज़ान के मुकद्दस महीने में मस्जिदों के अंदर नमाज़ व तरावीह न पढ़ें बल्कि घरों के अंदर ही नमाज़ व तरावीह का अहतिमाम किया जाए और इंतेज़ामिया के ज़रिए दी गई हिदायात पर सख्ती से अमल किया जाए. जिससे कोरोनावायरस के खतरे से बचा जा सके।