

देशभर में कोरोनावायरस से संक्रमित मरीजों का इलाज़ किया जा रहा है. अभी तक कोरोना से संक्रमित लोंगो का आंकड़ा 4 हज़ार से ज्यादा पहुंच गया है,जिसमें लगभग 70 लोगों की मौत हो गई. पूरे देश में 50 से अधिक डॉक्टर भी इलाज करते हुए कोरोना की चपेट में आ गए.
इसी बीच दिल्ली के केआईआईटी वर्ल्ड स्कूल पीतमपुरा 12 वीं क्लास के स्टूडेंट्स ने डॉक्टरों को संक्रमण से बचने के लिए रोबोट बनाया है. इस रोबोट का नाम पृथ्वी रखा गया है. ये पृथ्वी रोबोट कोरोना के मरीजों को दवाइयां और खाने देने में मददगार साबित होगा.
मोदी सरकार ने वायरस के प्रसार को रोकने के प्रयास में देशव्यापी तालाबंदी की घोषणा के बाद छात्र निशांत चांदना (15), सौरव महेशकर (16) और आदित्य दुबे (17) को रोबोट बनाया है। छात्रों ने बताया की “भारत में कोरोनोवायरस पचास से ज्यादा मामले डॉक्टरों के हैं जो मरीजों का इलाज करते समय संक्रमित थे। हम कुछ ऐसा डिजाइन करना चाहते थे जो इस बीमारी से जूझ रहे फ्रंटलाइन पर उन लोगों की रक्षा करने में मदद करे, इसलिए हमने अपने सिर एक साथ रखे और इस रोबोट को डिजाइन किया ।
इसे स्मार्टफोन पर डाउनलोड किए गए ऐप के माध्यम से दूरस्थ रूप से नियंत्रित किया जाता है। एक स्मार्ट टैबलेट को रोबोट से भी जोड़ा जा सकता है, जिससे डॉक्टरों और मरीजों के बीच वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की जा सकेगी।