

देश भर में CAA कानून पर विरोध-प्रदर्शन जारी है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिले मेरठ में 20 दिसम्बर को CAA कानून को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया गया, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई. मेरठ पुलिस ने मारे गए लोगों की हत्या के बारे में बड़ा खुलासा किया हैं.पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों की मौत दूसरे प्रदर्शन करने वाले लोगों की गोली से हुई. अभी तक इस मामले में अलग से कोई भी एफआईआर दर्ज नहीं हुई.
मेरठ के एसएसपी सिटी अजय कुमार साहनी ने बताया कि” वे सभी लोग खुद में उपद्रवी थे,उनकों दूसरे उपद्रवियों ने गोली मार दी. हमारे पास वीडियो फुटेज है, जिसमें प्रदर्शनकारी फायरिंग करते देखें जा रहे है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में उनके शवों से कोई बुलेट नहीं मिली. इस मामले में अभी तक पुलिस के खिलाफ कोई भी एक एफआईआर दर्ज नहीं हुई.
जबकि पुलिस ने प्रदर्शन के दौरान 20 दिसम्बर को मारे गए आसिफ़, मोहसीन, ज़हीर, अलीम और मोहम्मद आसिफ की बॉडी से कोई बुलेट न मिलने का दावा कर रही है. मेरठ एसएसपी सिटी ने बताया कि “वहां पर सिर्फ एंट्री और बाहर जाने की वजह से घायल हुए. इसी के साथ ही किसी भी मृतक के परिवार वालों ने पोस्टमार्टम की कॉपी रिपोर्ट नहीं प्राप्त की. इंडियन एक्सप्रेस अखबार के मुताबिक, दो पीड़ितों का कहना है कि ‘उनको पोस्टमार्टम की रिपोर्ट उपलब्ध नहीं कराई गई”.
आपकों बता दें कि 20 दिसम्बर को हिंसक प्रदर्शन के मामले में पुलिस ने 22 एफआईआर दर्ज की हैं,जिसमें 161 लोगों को आरोपी घोषित किया गया. अन्य 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज किया गया. पुलिस ने 38 मुस्लिम लोगों को गिरफ्तार किया गया. एसएसपी सिटी साहनी कहा कि मेरठ जिले में किसी भी व्यक्ति को नज़रबंद नहीं किया गया. हम सीसीटीवी फुटेज और वीडियो रिकॉर्डिंग के आधार पर लगातार गिरफ्तारी कर रहे हैं.