नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की प्राथमिकताओं में एक लापता लोगों को उनके परिवार वालों से मिलवाना भी है। जिसको लेकर दिल्ली पुलिस ‘ऑपरेशन मिलाप’ के जरिये अभी तक जिलास्तर पर एंटी हयूमन ट्रेफिकिग यूनिट (एएचटीयू) शाखा व थानास्तर पर कार्रवाई करते हुए, सैंकड़ों लापता लोगों को उनके परिवार वालों से मिलवा चुकी है।
उत्तरी बाहरी जिले के डीसीपी राजीव रंजन ने सोमवार को बताया कि 15 अक्टूबर 2018 को समयपुर बादली थाने में राजकुमार नामक व्यक्ति ने अपनी पत्नी और डेढ़ साल की बेटी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पुलिस ने मामला दर्ज कर मां बेटी को तलाशने की काफी कोशिश की थी, लेकिन दोनों को तलाशने में पुलिस नाकाम साबित हुई। मामला एएचटीयू शाखा को दिया गया। इंस्पेक्टर राकेश मालिक की देखरेख में एसआई रामवीर और महिला कांस्टेबल मीनू रानी को उनको तलाशने का जिम्मा सौंपा गया। दोनों ने शिकायतकर्ता के घर जाकर पूछताछ की। जिनसे पता चला कि पत्नी और बेटी को कुछ पता नहीं चल पाया है। पीड़ित पति ने बताया कि 14 अक्टूबर को पत्नी बेटी को लेकर गई थी। उसके बाद शिकायतकर्ता के एक रिश्तेदार से संपर्क किया गया। उसने बताया कि लापता महिला बेटी के साथ अपने पति से झगड़ा करके घर से चली गई थी। वह अपने मामा भागलपुर बिहार के पास गई। एक साल वहां रहने के बाद वह अपने माता-पिता के पास इंद्रपुरी वापस आ गई और वहीं रहने लगी। जांच टीम ने इन्द्रपुरी का पता निकाला,महिला और उसके माता पिता से संपर्क कर कानूनी कार्रवाई के बारे में जानकारी दी। महिला को उसकी बेटी के साथ समयपुर बादली थाना लाया। जहां पर उसका पति भी मौजूद था।