लोकसभा चुनावों के तीसरे चरण में मंगलवार को गुजरात की सभी 26 सीटों पर मतदान हुआ और साल 2014 की तरह ही इस बार भी चुनावों में 63.67 फीसदी मतदान दर्ज किया गया. हालांकि आपको बता दें इस बार कई ईवीएम और वीवीपैट मशीनों के खराब हो जाने से चुनावों में कुछ दिक्कतें ज़रूर आईं. साथ ही चुनाव आयोग के मुताबिक वोटिंग के दौरान 1,533 वीवीपैट और 800 से अधिक खराब ईवीएम मशीनों को चुनाव के दौरान बदलना पड़ा.
इलेक्शन कमीशन के अनुसार, गुजारत में मतदान कराने के लिए 65,240 वीवीपैट, 80,344 बैलेट यूनिट्स और 62,256 कंट्रोल यूनिट्स का प्रयोग किया गया. ख़बर यह है कि चुनाव आयोग के अधिकारियों ने नाम न बताने की शर्त पर एक अंग्रेजी अखबार से कहा है कि, गुजरात में 1,533 वीवीपैट मशीनों को बदलना पड़ा और ये आंकड़ा पूरे चुनाव के दौरान इस्तेमाल किए गए वीवीपैट का 2.93 फीसदी है.
ईवीएम में कुल 814 बैलेट यूनिट्स और 882 कंट्रोल यूनिट्स को भी दिनभर में बदलना पड़ा, तो इस हिसाब से बैलेट यूनिट्स की विफलता दर 1.19 फीसदी और कंट्रोल यूनिट्स की विफलता दर 1.7 फीसदी रही. वहीँ एक अधिकारी ने यह कहा कि, ‘ज्यादातर मशीनों में कनेक्शन फेलियर, पोलिंग अधिकारियों में मशीनों के इस्तेमाल को लेकर असमंजस की स्थिति और वीवीपैट मशीनों के सेंसर्स में खराबी के चलते उन्हें बदलना पड़ा.’
कुल 711 वीवीपैट्स, 394 बैलेट यूनिट्स और 571 कंट्रोल यूनिट्स को मॉक पोलिंग के दौरान बेकार पाया गया था और बाकी मशीनें मतदान के दौरान खराब हुई, जिन्हें फ़ौरन ही बदल दिया गया।