मुज़फ्फरनगर के पुरकाजी थाने में तैनात महिला कांस्टेबल एक साथ दो फर्ज को बड़ी बखूबी से अंजाम दे रही है,कांस्टेबल के हाथ में जहा डंडा है वही एक हाथ में 7 माह की मासूम बेटी।
कोविड-19 में जहा देश के डॉक्टर अपनी जान जोखिम में डालकर देश बचाने में लगे वही दूसरे नम्बर पर पुलिस भी लोगो की रक्षा करने में कोई कसर बाकी नही रख रही हैं,पुलिस विभाग के अधिकारी,कर्मचारी पूरी निष्ठा के साथ ड्यूटी को अंजाम दे रहे हैं।
इसी कड़ी में पुरकाजी थाने में पिछले तीन साल से तैनात महिला कांस्टेबल सुषमा अमरोहा की रहने वाली है पति पुष्पेंद्र कुमार नजीबाबाद में सिचाई विभाग में नोकरीं करते हैं।


सुषमा ने बताया कि वह तीन माह की छुट्टी पर घर गई थी लेकिन देश को कोरोना वायरस ने जकड़ लिया तो वह ड्यूटी पर आ गई।
थाने में अकेली रहने के कारण 12 घण्टे की ड्यूटी के दौरान वह अपनी 7 माह की बेटी उर्मि को साथ रखती है।
सुषमा ने कहा कि पुरकाजी प्रभारी निरीक्षक अच्छे अधिकारी हैं जिन्होंने मेरी ड्यूटी थाने की बराबर में ही चेकिंग प्वाइंट पर लगाई है और मेरा और सभी स्टाफ का अच्छा ध्यान रखते है।
बता दे- वही पुरकाजी में जहा महिला कांस्टेबल सुषमा अपने फर्ज को बेहतर तरीके से अंजाम दे रही है एक अन्य महिला कांस्टेबल ने फर्ज के आगे फ़िलहाल अपनी शादी रोक दी वही निशा काफी दिनों से घर नही जा पाई ,और सीतू पँवार अप्रेल माह में हुई अपनी बहन की शादी में शामिल होकर तुरन्त ड्यूटी पर आ गई,वही कस्बा निवासी 84 बटालियन रुड़की में शिक्षार्थ NCC जोया फरीदी और उसके दो भाई अमन,समीर पुलिस स्टाफ के साथ निशुल्क देश सेवा में ड्यूटी दे रहे हैं।
पुरकाजी से सलीम अहमद की रिपोर्ट!